क्षमाशील दया भाव की देवी गणपति गजानन की पुत्री भक्तों को कभी दुखी नहीं देखती उसकी पीड़ा हरने को सदैव तत्पर रहती है जय मां संतोषी। ।
जो कोई तेरे द्वार है आता खाली हाथ कभी ना जाता दुख पीड़ा सब दूर हो जाता, परम कृपा को है पाता। ।
शुक्रवार का है दिन महान , मां संतोषी से मिलता परम ज्ञान संतोष जिसके जीवन में है आता शेष इच्छा जीवन में नहीं रह जाता। ।
गुड़ चना है जिनका भोग , उनका मिलता सदा सहयोग गौ माता को लगाकर भोग सुखद बना लो अपना संयोग। ।