कई देवता इस दुनिया में हैं, सब के रूप सुहाने हैं खाटू में जो सजकर बैठे हैं, हम बस उनके दीवाने हैं।।। ।। जय श्री श्याम।।

Bhajan Sangrah

वो शरीर ही किस काम का, जो नाम ना ले श्याम का। ।। जय श्री श्याम।।

Bhajan Sangrah

हारे का सहारा है ये, इससे ज्यादा कोई राज नहीं। जिस के सिर पर हाथ हो इसका, इससे महंगा कोई ताज नहीं।। ।। जय श्री श्याम।।

Bhajan Sangrah

मेरे श्याम ! तुम पूछ लेना सुबह से, ना यकीन हो तो शाम से ये दिल धड़कता है सिर्फ बाबा श्याम तेरे ही नाम से।। ।। जय श्री श्याम।।