हनुमान जी को प्रिय है केसरिया रंग जाने इसके पीछे का रहस्य :

एक बार भगवान हनुमान ने सीता के माथे पर सिंदूर लगाते हुए देखा और पूछा कि वो केसरी सिंदूर क्यों लगाती हैं। जिसके लिए सीता ने समझाया कि सिंदूर (सिंदूर)

श्रीराम की लंबी उम्र, उनके प्रति उनके प्रेम और सम्मान का प्रतिनिधि है। श्री राम के प्रति निष्ठावान भगवान हनुमान ने भी ख़ुद को

केसरिया रंग में रगंने लगे। हनुमान के इस कार्य से प्रभावित होकर भगवान राम ने वरदान दिया कि जो लोग भविष्य में सिंदूर से हनुमान की पूजा करेंगे,

नकी सभी कठिनाइयां दूर हो जाएंगी। यही कारण है कि भगवान हनुमान की मूर्ति को सिंदूर से रंग कर अपनी मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करते है।