Current Date: 22 Dec, 2024

ज़ुल्मी संग आँख लड़ी लिरिक्स (Zulmi Sang Aankh Ladi Lyrics)

- Lata Mangeshkar


ज़ुल्मी संग आँख लड़ी लिरिक्स हिंदी में (Zulmi Sang Aankh Ladi Lyrics In Hindi)

ज़ुल्मी संग आँख लड़ी
ज़ुल्मी संग आँख लड़ी रे
सखी मैं का से कहुँ री
ए सखी का से कहुँ
जाने कैसी ये रात बड़ी
ज़ुल्मी संग आँख लड़ी रे...
 
वो छुप-छुप के बन्सरी बजाये
सुनाये मोहर मस्ती में डूबा हुआ राग रे
मोहे तारों की छाँव में बुलाये
चुराए मेरी निंदिया, मैं रह जाऊँ जाग रे
लगे दिन छोटा, रात बड़ी
ज़ुल्मी संग आँख लड़ी...
 
बातों-बातों में रोग बढ़ा जाये
हमारा जिया तड़पे किसी के लिए शाम से
मेरा पागलपना तो कोई देखो
पुकारूँ में चंदा को साजन के नाम से
फिरी मन पे जादू की छड़ी
ज़ुल्मी संग आँख लड़ी...

ज़ुल्मी संग आँख लड़ी लिरिक्स अंग्रेजी में (Zulmi Sang Aankh Ladi Lyrics In English)

Zulmi Sang Aankh Ladi
Zulmi Sang Aankh Ladi Re
Sakhi Main Ka Se Kahoon Ri
E Sakhi Ka Se Kahoon
Jaane Kaisi Ye Raat Badi
Zulmi Sang Aankh Ladi Re...
 
Wo Chhup-Chhup Ke Bansuri Bajaye
Sunaye Mohar Masti Mein Dooba Hua Raag Re
Mohe Taaron Ki Chaav Mein Bulaye
Churaaye Meri Nindiya, Main Rah Jaaun Jaag Re
Lage Din Chhota, Raat Badi
Zulmi Sang Aankh Ladi...
 
Baaton-Baaton Mein Rog Badha Jaaye
Hamaara Jiya Tadpe Kisi Ke Liye Shaam Se
Mera Paagalpana To Koi Dekho
Pukaaroon Mein Chanda Ko Saajan Ke Naam Se
Phiri Mann Pe Jaadu Ki Chhadi
Zulmi Sang Aankh Ladi...

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