Current Date: 19 Nov, 2024

जिन्दगानियाँ

- Kumar Gaurav Pareek


कोरस:-     जय श्री श्याम जय श्री श्याम 
    जय श्री श्याम जय श्री श्याम 

M: -    दे दो सहारा श्याम में जग से हारा  
    दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
कोरस:-     दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
    दे दो सहारा................................................

M: -    जैसे तेरे करते गिरते उठते यहाँ तक है पहुँचायी
    पर अब मुश्किल है बढ़ पाना थाम ले हाथ कलाई 
    दे दो सहारा श्याम में जग से हारा कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
कोरस:-     दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
    दे दो सहारा...............................................

M: -    रहम थी मांगी मेने हर एक द्वार से 
कोरस:-     रहम थी मांगी मेने हर एक द्वार से 
M: -    नहीं आया आगे कोई इस संसार से 
कोरस:-     नहीं आया आगे कोई इस संसार से 
M: -    ये रीत है किसी श्याम ये प्रीत है कैसी
    ये रीत है किसी श्याम ये प्रीत है कैसी
    कैसी है सारी रिश्तेदारियां 
    दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
    दे दो सहारा..................................................
कोरस:-     दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
    दे दो सहारा...................................................

M: -    बताई किसी ने मुझे तेरी राह मोहन 
कोरस:-     बताई किसी ने मुझे तेरी राह मोहन 
M: -    मिलेगा किनारा चल जा श्याम की तू शरणम 
कोरस:-     मिलेगा किनारा चल जा श्याम की तू शरणम 
M: -    दे मिटा अँधेरा श्याम कर देगा सवेरा 
    दे मिटा अँधेरा श्याम कर देगा सवेरा 
    मेट दे सारी परेशानियां 
    दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
    दे दो सहारा..............................................................
कोरस:-     दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 

M: -    राजू बना है जोगी श्याम दीवाना 
कोरस:-     राजू बना है जोगी श्याम दीवाना 
M: -    देता है उसको निश्चित श्याम ठिकाना 
कोरस:-     देता है उसको निश्चित श्याम ठिकाना 
M: -    देता है किनारा श्याम के दर जो हारा 
    देता है किनारा श्याम के दर जो हारा 
    करता है उस पर मेहरबानियाँ 
    दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
    दे दो सहारा.............................................................
कोरस:-     दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
    दे दो सहारा..............................................................

M: -    कैसे तैसे करके गिरते उठते यहाँ तक है पहुँचायी 
    पर अब मुश्किल है बढ़ पाना थाम ले हाथ कलाई 
    दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
कोरस:-     दे दो सहारा श्याम में जग से हारा 
    कटती नहीं है जिन्दगानियाँ 
 

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