Current Date: 17 Nov, 2024

ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान

- श्री चित्र विचित्र जी महराज।


ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान,
ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान,
तू माने या ना मान,
तू माने या ना मान,
ये दिल तुझपें हुआ कुर्बान,
ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान।।

तेरी तस्वीर क्या देख ली,
चैन मेरा कहाँ खो गया,
छोड़ दिया है सारा जहाँ,
एक तेरा ही मैं हो गया,
मैंने तुझको लिया पहचान,
मैंने तुझको लिया पहचान,
ये दिल तुझपें हुआ कुर्बान,
ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान।।

अब तो तेरा ही बनके रहूं,
चाहे जितनी भी मुश्किल सहुँ,
दर्द को ना किसी से कहूं,
अब तो तेरा ही दामन गहुँ,
अब तो तू ही है मेरी जान,
अब तो तू ही है मेरी जान,
ये दिल तुझपें हुआ कुर्बान,
ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान।।

दिल तड़पता है तेरे लिए,
बिन तेरे हम बहुत दिन जिए,
जाम अश्को के भर भर पिए,
कोई अच्छे करम ना किये,
ये दीवाना हुआ रसखान,
ये दीवाना हुआ रसखान,
ये दिल तुझपें हुआ कुर्बान,
ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान।।

तेरे दीदार की है तलब,
ना ये दुनिया मुझे चाहिए,
अब तो दीदार दे प्यारे,
अब ज्यादा ना तडपाइये,
ये पागल हुआ हैरान,
ये पागल हुआ हैरान,
ये दिल तुझपें हुआ कुर्बान,
ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान।।

ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान,
ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान,
तू माने या ना मान,
तू माने या ना मान,
ये दिल तुझपें हुआ कुर्बान,
ये दिल तुझपे हुआ कुर्बान।।

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