Current Date: 21 Dec, 2024

ये सांवरा हारे का सहारा

- सूरजनारायण कुमावत


ये सांवरा हारे का सहारा,
लखदातार बाबा ये,
श्याम हमारा,
ये साँवरा हारे का सहारा।।

तर्ज – ये दोस्ती हम नहीं।


तीन बाणधारी है,
लीले की सवारी है,
है यारों का यार,
शीश का दानी है,
महाबलवानी है,
है भक्तों का प्यार,
पांडवो के प्यारे है,
कृष्णा के दुलारे है,
मोरवी के है ये लाल,
ये साँवरा हारे का सहारा।।


दिल जब भी घबराता है,
मुख पे श्याम आता है,
दुःख हो जाते दूर,
मेरी भी यही तमनन्ना है,
श्याम नाम संग जीना है,
श्याम तू जग का नूर,
हम प्रेम के प्यारे हो,
कृष्णा के दुलारे हो,
ओ मेरे बाबा श्याम,
ये साँवरा हारे का सहारा।।


तेरी प्रीत मेरी प्रीत,
गाता रहूं तेरे गीत,
सुनले ऐ मेरे मीत,
‘सूरज’ अकेला है,
प्रेमियों का मेला है,
कर देना मेरी जीत,
जान पे भी खेलूंगा,
तेरे लिए ले लूंगा,
जीवन से विराम,
ये साँवरा हारे का सहारा।।


ये सांवरा हारे का सहारा,
लखदातार बाबा ये,
श्याम हमारा,
ये साँवरा हारे का सहारा।।

 

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