मोहन प्यारे वसो तुम हमारे नैना,
यमुना के तट पर बंसी बजायो छीन लियो मोरा चैना
मोहन प्यारे वसो तुम हमारे नैना||
मोहनी सुरतिया पे बलि बलि जाऊ,
तुम को सांवरिया मैं कैसे रिजाऊ,
आस लगी है मधुर मिलन की,
लागि लग्न छूटे न
मोहन प्यारे वसो तुम हमारे नैना||
प्रति की रीति में कैसे निभाउ,
कैसे सांवरिया मैं दर्शन पाउ,
मोह माया के जाल में फस कर मुश्किल हो गया जीना,
मोहन प्यारे वसो तुम हमारे नैना||
मोहन मुझको तेरा सहारा,
तुहि प्रभु प्राणो से प्यारा,
देख मीरा सा अमृत प्याला,
अब नहीं है विष पीना,
मोहन प्यारे वसो तुम हमारे नैना||
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