Current Date: 22 Nov, 2024

हनुमान जयंती क्यों मनाया जाता है ? (Hanuman Jyanti Kyon Manaya Jata Hai ?)

- The Lekh


हनुमान जयंती क्यों मनाया जाता है?

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हनुमान जी को पुराणों के अनुसार भगवान शिव का 11वां अवतार माना जाता है. हनुमान जयंती वर्ष में दो बार मनाई जाती है और दोनों जयंती के पीछे अलग अलग मान्यताएं हैं. दोनों हनुमान जयंती के पीछे दो अलग कथाएं प्रचिलित हैं।

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एक हनुमान जयंती भगवान हनुमान जी के जन्मदिवस के तौर पर मनाई जाती है. हनुमान जी का जन्म माता अंजनी की कोख से हुआ था. हनुमान जी को बहुत से नामों से जाना जाता है जिसमें से मुख्य नाम हैं अंजनिपुत्र, महाबली, रामेष्ट, बजरंगबली आदि हैं।

ऐंसी मान्यता है कि जब हनुमान जी का जन्म हुआ था तो उन्हें बहुत जोरों की भूंख लग गयी थी तो वे सूर्य को फल समझ कर उसे खाने के लिए सूर्य की तरफ बढ़े. उसी दिन राहु भी अपना ग्रास बनाने के लिए सूर्य की तरफ आ रहा था इसीलिए सूर्यदेव नें हनुमान जी को राहु समझ लिया था।

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वहीं दूसरी हनुमान जयंती दीपावली के दिन मनाई जाती है. इस दिन हनुमान जयंती मनाये जाने के पीछे यह मान्यता है कि माता सीता ने हनुमान जी के समर्पण और भक्ति को देखकर उन्हें अमरता का वरदान दिया था. जिस दिन माता सीता ने वरदान दिया था उस दिन दीपावली थी. इसीलिए दीपावली के दिन भी हनुमान जयंती मनाई जाती है।

Why Hanuman Jayanti is Celebrated?

According to the Puranas, Hanuman ji is considered to be the 11th incarnation of Lord Shiva. Hanuman Jayanti is celebrated twice a year and there are different beliefs behind both the Jayantis. Two different stories are prevalent behind both Hanuman Jayanti.

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A Hanuman Jayanti is celebrated as the birthday of Lord Hanuman. Hanuman ji was born from the womb of mother Anjani. Hanuman ji is known by many names, out of which the main names are Anjaniputra, Mahabali, Ramesht, Bajrangbali etc.

There is such a belief that when Hanuman ji was born, he was very hungry, so thinking of the sun as a fruit, he moved towards the sun to eat it. On the same day, Rahu was also coming towards the Sun to make his grass, that's why Suryadev had considered Hanuman ji as Rahu.

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Whereas the second Hanuman Jayanti is celebrated on the day of Diwali. The belief behind Hanuman Jayanti being celebrated on this day is that seeing the dedication and devotion of Hanuman ji, Mother Sita gave him the boon of immortality. The day when Mother Sita had given the boon, it was Diwali. That's why Hanuman Jayanti is also celebrated on the day of Diwali.

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