Current Date: 21 Nov, 2024

Vishwakarma Aarti Lyrics | श्री विश्वकर्मा जी की आरती लिरिक्स |

- Naresh Narsi


Vishwakarma Aarti Lyrics | श्री विश्वकर्मा जी की आरती लिरिक्स |


जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

सकल सृष्टि के करता,

रक्षक स्तुति धर्मा ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

 

आदि सृष्टि मे विधि को,

श्रुति उपदेश दिया ।

जीव मात्र का जग में,

ज्ञान विकास किया ॥

 

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

 

ऋषि अंगीरा तप से,

शांति नहीं पाई ।

ध्यान किया जब प्रभु का,

सकल सिद्धि आई ॥

 

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

 

रोग ग्रस्त राजा ने,

जब आश्रय लीना ।

संकट मोचन बनकर,

दूर दुःखा कीना ॥

 

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

 

जब रथकार दंपति,

तुम्हारी टेर करी ।

सुनकर दीन प्रार्थना,

विपत सगरी हरी ॥

 

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

 

एकानन चतुरानन,

पंचानन राजे।

त्रिभुज चतुर्भुज दशभुज,

सकल रूप साजे ॥

 

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

 

ध्यान धरे तब पद का,

सकल सिद्धि आवे ।

मन द्विविधा मिट जावे,

अटल शक्ति पावे ॥

 

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

 

श्री विश्वकर्मा की आरती,

जो कोई गावे ।

भजत गजानांद स्वामी,

सुख संपति पावे ॥

 

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

सकल सृष्टि के करता,

रक्षक स्तुति धर्मा ॥


Vishwakarma Aarti Lyrics | श्री विश्वकर्मा जी की आरती लिरिक्स |


Jai Shri Vishvakarma Prabhu,

Jai Shri Vishvakarma।

Sakal Srashti Ke Karata,

Rakshak Stuti Dharma॥

॥ Jai Shri Vishvakarma...॥

Aadi Srashti Me Vidhi Ko,

Shruti Upadesh Diya।

Jeev Maatra Ka Jag Me,

Gyan Vikas Kiya॥

॥ Jai Shri Vishvakarma...॥

 

Dhyan Kiya Jab Prabhu Ka,

Sakal Siddhi Aai।

Rishi Angeera Tap Se,

Shanti Nahin Pai॥

॥ Jai Shri Vishvakarma...॥

 

Rog Grast Raja Ne,

Jab Aashray Leena।

Sankat Mochan Banakar,

Door Duhkha Keena॥

॥ Jai Shri Vishvakarma...॥

 

Jab Rathakar Dampati,

Tumhari Ter Kari।

Sunakar Deen Prarthana,

Vipat Hari Sagari॥

॥ Jai Shri Vishvakarma...॥

 

Ekanan Chaturanan,

Panchanan Raje।

Tribhuj Chaturbhuj Dashabhuj,

Sakal Roop Saaje॥

॥ Jai Shri Vishvakarma...॥

 

Dhyan Dhare Tab Pad Ka,

Sakal Siddhi Aave।

Man Dwuvidha Mit Jave,

Atal Shakti Pave॥

॥ Jai Shri Vishvakarma...॥

 

Shri Vishvakarma Ki Aarti,

Jo Koi Gaave।

Bhajat Gajanand Swami,

Sukh Sampati Pave॥

 

Jai Shri Vishvakarma Prabhu,

Jai Shri Vishvakarma।

Sakal Srashti Ke Karata,

Rakshak Stuti Dharma॥

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