M:- विंध्यवासिनी की महिमा को
सुनो लगाकर ध्यान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
१
M:- विन्ध्वासिनी विंध्याचल में
कोरस :- विन्ध्वासिनी विंध्याचल में
M:- कैसे बसी भक्तो के दिल में
कोरस :- कैसे बसी भक्तो के दिल में
M:- कहाँ पे जन्मी कहाँ से आयी
कोरस :- कहाँ पे जन्मी कहाँ से आयी
M:- कैसे माँ दुर्गा कहलायी
कोरस :- कैसे माँ दुर्गा कहलायी
M:- किस कारण अवतार लिया है
कोरस :- किस कारण अवतार लिया है
M:- किस किस का उद्धार किया है
कोरस :- किस किस का उद्धार किया है
M:- किसका नाश किया है माँ ने
कोरस :- किसका नाश किया है माँ ने
M:- कहाँ कहाँ वास किया है माँ ने
कोरस :- कहाँ कहाँ वास किया है माँ ने
M:- कैसे विधि ने लेख लिखाया
कोरस :- कैसे विधि ने लेख लिखाया
M:- कैसे बनी है माँ योग माया
कोरस :- कैसे बनी है माँ योग माया
M:- कौन है माता कौन पिता है
कोरस :- कौन है माता कौन पिता है
M:- विंध्यवासिनी किसकी सुता है
कोरस :- विंध्यवासिनी किसकी सुता है
M:- चली कहाँ से कहाँ पे आयी
कोरस :- चली कहाँ से कहाँ पे आयी
M:- कहाँ पे शक्ति पीठ बनायीं
कोरस :- कहाँ पे शक्ति पीठ बनायीं
M:- किस कारण माँ हुई अवतरित
कोरस :- किस कारण माँ हुई अवतरित
M:- करने जग कल्याण
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
२
M:- कंस की प्यारी बहन देवकी
कोरस :- कंस की प्यारी बहन देवकी
M:- बनी दुल्हन जब वसुदेव की
कोरस :- बनी दुल्हन जब वसुदेव की
M:- कंस बड़ा खुशहाल मगन था
कोरस :- कंस बड़ा खुशहाल मगन था
M:- देवकी का ससुराल गमन था
कोरस :- देवकी का ससुराल गमन था
M:- कंस बना कोथवान बहन का
कोरस :- कंद बना कोथवान बहन का
M:- भाई बड़ा महान बहन का
कोरस :- भाई बड़ा महान बहन का
M:- बैठ गया वो रथ को हांकने
कोरस :- बैठ गया वो रथ को हांकने
M:- सैनिक सब उसे लगे ताकने
कोरस :- सैनिक सब उसे लगे ताकने
M:- बोला कंस दुखी हो सबसे
कोरस :- बोला कंस दुखी हो सबसे
M:- बहन हमारी बैठी है रथ में
कोरस :- बहन हमारी बैठी है रथ में
M:- बैठे मेरे बहन बहनोई
कोरस :- बैठे मेरे बहन बहनोई
M:- इससे अधिक ख़ुशी ना कोई
कोरस :- इससे अधिक ख़ुशी ना कोई
M:- आऊंगा ससुराल छोड़कर
कोरस :- आऊंगा ससुराल छोड़कर
M:- बहन को मैं खुशहाल छोड़कर
कोरस :- बहन को मैं खुशहाल छोड़कर
M:- बहन हमारी वैभव पाए
कोरस :- बहन हमारी वैभव पाए
M:- सदा रहे यशगान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
3.
M:- हाँक रहा रथ कंस बहन का
कोरस :- हाँक रहा रथ कंस बहन का
M:- चला देखने वंश बहन का
कोरस :- चला देखने वंश बहन का
M:- राज्य से था कुछ दूर ही आया
कोरस :- राज्य से था कुछ दूर ही आया
M:- कानो से कोई स्वर टकराया
कोरस :- कानो से कोई स्वर टकराया
M:- हुई कंस को अति हैरानी
कोरस :- हुई कंस को अति हैरानी
M:- किधर से आयी है ये वाणी
कोरस :- किधर से आयी है ये वाणी
M:- कंस ने देखा शीश उठाकर
कोरस :- कंस ने देखा शीश उठाकर
M:- इधर उधर फिर नजर घुमाकर
कोरस :- इधर उधर फिर नजर घुमाकर
M:- फिर से वही आवाज है आयी
कोरस :- फिर से वही आवाज है आयी
M:- कंस के कानो से टकराई
कोरस :- कंस के कानो से टकराई
M:- जिसे छोड़ने चला लगन से
कोरस :- जिसे छोड़ने चला लगन से
M:- मौत मिलेगी उसी बहन से
कोरस :- मौत मिलेगी उसी बहन से
M:- इसकी आठवीं जो संतान
कोरस :- इसकी आठवीं जो संतान
M:- वही हरेगी तेरे प्राण
कोरस :- वही हरेगी तेरे प्राण
M:- ऐसी अशगुन वाणी सुनके
कोरस :- ऐसी अशगुन वाणी सुनके
M:- कंस हुआ हैरान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
4.
M:- कंस के मन में हो रही हलचल
कोरस :- कंस के मन में हो रही हलचल
M:- वाणी सुन मन हो रहा व्याकुल
कोरस :- वाणी सुन मन हो रहा व्याकुल
M:- कंस के मन शैतान आ गया
कोरस :- कंस के मन शैतान आ गया
M:- बहुत बड़ा तूफ़ान आ गया
कोरस :- बहुत बड़ा तूफ़ान आ गया
M:- मन घर कर गयी बात आसुरी
कोरस :- मन घर कर गयी बात आसुरी
M:- बांस रहे ना बने बांसुरी
कोरस :- बांस रहे ना बने बांसुरी
M:- रथ से उतर गया वो झट से
कोरस :- रथ से उतर गया वो झट से
M:- बहन की चोटी पकड़ ली कस के
कोरस :- बहन की चोटी पकड़ ली कस के
M:- खिंच लिया तलवार म्यान से
कोरस :- खिंच लिया तलवार म्यान से
M:- तुझको दूंगा मार जान से
कोरस :- तुझको दूंगा मार जान से
M:- तेरा मरना है अब निश्चित
कोरस :- तेरा मरना है अब निश्चित
M:- सुन वसुदेव हो गए चिंतित
कोरस :- सुन वसुदेव हो गए चिंतित
M:- पकड़ लिया है हाथ कंस का
कोरस :- पकड़ लिया है हाथ कंस का
M:- समझ गए जज्बात कंस का
कोरस :- समझ गए जज्बात कंस का
M:- हाथ जोड़ता हु मैं आपके
कोरस :- हाथ जोड़ता हु मैं आपके
M:- बक्श दो इसके प्राण
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
5.
M:- बोला कंस क्रोध में आके
कोरस :- बोला कंस क्रोध में आके
M:- फिर से वो तलवार उठा के
कोरस :- फिर से वो तलवार उठा के
M:- ना छोडूंगा इसको जिन्दा
कोरस :- ना छोडूंगा इसको जिन्दा
M:- भले हो मेरी जग में निंदा
कोरस :- भले हो मेरी जग में निंदा
M:- इसकी आठवीं जो औलाद
कोरस :- इसकी आठवीं जो औलाद
M:- मौत है मेरी उसके हाथ
कोरस :- मौत है मेरी उसके हाथ
M:- बोले कर वसुदेव निवेदन
कोरस :- बोले कर वसुदेव निवेदन
M:- छोड़ दो उसको कंस निकेतन
कोरस :- छोड़ दो उसको कंस निकेतन
M:- बहन के वध का पाप ना लो सिर
कोरस :- बहन के वध का पाप ना लो सिर
M:- बोला कंस मरू मैं क्यों फिर
कोरस :- बोला कंस मरू मैं क्यों फिर
M:- अगर ना मेने इसको मारा
कोरस :- अगर ना मेने इसको मारा
M:- ये जन्मेगी काल हमारा
कोरस :- ये जन्मेगी काल हमारा
M:- बिलख रहे थे वसुदेव जी
कोरस :- बिलख रहे थे वसुदेव जी
M:- सुनो हमारी बात कंस जी
कोरस :- सुनो हमारी बात कंस जी
M:- तुमको सोपु कंसराज में अपनी हर संतान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
6.
M:- बैठ गयी मन बात कंस के
कोरस:- बैठ गयी मन बात कंस के
M:- शांत हुए जज्बात कंस के
कोरस:- शांत हुए जज्बात कंस के
M:- डाल दिया उन्हें जेल के अंदर
कोरस:- डाल दिया उन्हें जेल के अंदर
M:- वसुदेव से इतना कहकर
कोरस:- वसुदेव से इतना कहकर
M:- अपना वचन भूल ना जाना
कोरस:- अपना वचन भूल ना जाना
M:- हर संतान हमे दे जाना
कोरस:- हर संतान हमे दे जाना
M:- कड़ी करा दी पहरेदारी
कोरस:- कड़ी करा दी पहरेदारी
M:- कंस बन गया अत्याचारी
कोरस:- कंस बन गया अत्याचारी
M:- अब आगे की सुनो कहानी
कोरस:- अब आगे की सुनो कहानी
M:- गोकुल में नंद की नंदरानी
कोरस:- गोकुल में नंद की नंदरानी
M:- पास में जिनके लाखो गईया
कोरस:- पास में जिनके लाखो गईया
M:- नयी नवेली यशोदा मईया
कोरस:- नयी नवेली यशोदा मईया
M:- दोनों की अति युगल छवि है
कोरस:- दोनों की अति युगल छवि है
M:- सुमन लता सी युगल छवि है
कोरस:- सुमन लता सी युगल छवि है
M:- नंद बाबा के पटरानी की
कोरस:- नंद बाबा के पटरानी की
M:- मधुर युगल मुस्कान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
7.
M:- विधि ने जो भी लिखा है जितना
कोरस :- विधि ने जो भी लिखा है जितना
M:- होके रहा हमेशा उतना
कोरस :- होके रहा हमेशा उतना
M:- ईश्वर की ईश्वर ही जाने
कोरस :- ईश्वर की ईश्वर ही जाने
M:- जो होना है होके माने
कोरस :- जो होना है होके माने
M:- सात सात संतान जेल में
कोरस :- सात सात संतान जेल में
M:- कंस ही ले ली जान जेल में
कोरस :- कंस ही ले ली जान जेल में
M:- पत्थर हो गए देव देवकी
कोरस :- पत्थर हो गए देव देवकी
M:- तड़प रहे वसुदेव देवकी
कोरस :- तड़प रहे वसुदेव देवकी
M:- हाथ हथकड़ी पांव में बेड़ी
कोरस :- हाथ हथकड़ी पांव में बेड़ी
M:- काल कोठरी बड़ी अँधेरी
कोरस :- काल कोठरी बड़ी अँधेरी
M:- लिखी विधाता ने जो लेखनी
कोरस :- लिखी विधाता ने जो लेखनी
M:- किसके बस की उसे रोकनी
कोरस :- किसके बस की उसे रोकनी
M:- गर्भ आठवां पेट में आया
कोरस :- गर्भ आठवां पेट में आया
M:- अब देखो ईश्वर की माया
कोरस :- अब देखो ईश्वर की माया
M:- चक्र सुदर्शन गदा के धारी
कोरस :- चक्र सुदर्शन गदा के धारी
M:- श्री विष्णु भगवान्
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
8.
M:- आओ चले अब नंद गांव में
कोरस :- आओ चले अब नंद गांव में
M:- यमुना के तट वट की छाव में
कोरस :- यमुना के तट वट की छाव में
M:- नंद रानी मुस्काय रही है
कोरस :- नंद रानी मुस्काय रही है
M:- नंद जी से शर्माए रही है
कोरस :- नंद जी से शर्माए रही है
M:- नंद जी ने जब कारण पूछा
कोरस :- नंद जी ने जब कारण पूछा
M:- कर बैठी वो घूँघट नीचा
कोरस :- कर बैठी वो घूँघट नीचा
M:- घूँघट की ले आड़ वो बोली
कोरस :- घूँघट की ले आड़ वो बोली
M:- लम्बा घूँघट काढ़ के बोली
कोरस :- लम्बा घूँघट काढ़ के बोली
M:- बाबा तुम बनने वारे हो
कोरस :- बाबा तुम बनने वारे हो
M:- मैया हम बनने वारी है
कोरस :- मैया हम बनने वारी है
M:- नंद बाबा फुले ना समाये
कोरस :- नंद बाबा फुले ना समाये
M:- घूँघट में झांके मुस्काये
कोरस :- घूँघट में झांके मुस्काये
M:- जरा तुनक नंदरानी बोली
कोरस :- जरा तुनक नंदरानी बोली
M:- हटो जी तुम ना करो ठिठोली
कोरस :- हटो जी तुम ना करो ठिठोली
M:- चंदन काठ को पलना बनाओ
कोरस :- चंदन काठ को पलना बनाओ
M:- आय रयि नन्ही जान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
9.
M:- भादो रात अँधेरी आयी
कोरस :- भादो रात अँधेरी आयी
M:- जेल में चमक उठी परछाई
कोरस :- जेल में चमक उठी परछाई
M:- दिव्य अलौकिक ज्योति पुंज सा
कोरस :- दिव्य अलौकिक ज्योति पुंज सा
M:- हुआ प्रकाशित ज्योति पुंज सा
कोरस :- हुआ प्रकाशित ज्योति पुंज सा
M:- सो गए सारे सैनिक प्रहरी
कोरस :- सो गए सारे सैनिक प्रहरी
M:- निद्रा आ गयी उनको गहरी
कोरस :- निद्रा आ गयी उनको गहरी
M:- विष्णु ने अवतार लिया है
कोरस :- विष्णु ने अवतार लिया है
M:- रूप शिशु का धार लिया है
कोरस :- रूप शिशु का धार लिया है
M:- कांप उठी माँ कंस के डर से
कोरस:- कांप उठी माँ कंस के डर से
M:- कैसे बचाऊ उसके कहर से
कोरस:- कैसे बचाऊ उसके कहर से
M:- सात सात फाटक के अंदर
कोरस:- सात सात फाटक के अंदर
M:- निकल के जाए कैसे बाहर
कोरस:- निकल के जाए कैसे बाहर
M: - सातो फाटक स्वयं खुल गए
कोरस:- सातो फाटक स्वयं खुल गए
M: - ताले सारे स्वयं खुल गए
कोरस :- ताले सारे स्वयं खुल गए
M:- सारे प्रहरी हो गए जैसे
कोरस :- सारे प्रहरी हो गए जैसे
M:- सब हो गए बेजान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
10.
M:- बेड़ी टूटी खुली हथकड़ी
कोरस :- बेड़ी टूटी खुली हथकड़ी
M:- कोने में थी पड़ी टोकरी
कोरस :- कोने में थी पड़ी टोकरी
M:- दो पल भी ना समय गवाया
कोरस :- दो पल भी ना समय गवाया
M:- बालक उसमे तुरत लिटाया
कोरस :- बालक उसमे तुरत लिटाया
M:- फिर वो टोकरी शीश पे धरके
कोरस :- फिर वो टोकरी शीश पे धरके
M:- जेल से निकले चुपके चुपके
कोरस :- जेल से निकले चुपके चुपके
M:- सारे सैनिक सोते पाए
कोरस :- सारे सैनिक सोते पाए
M:- सबको धरा पे लोटे पाए
कोरस :- सबको धरा पे लोटे पाए
M: - पहुंच गए यमुना के किनारे
कोरस:- पहुंच गए यमुना के किनारे
M:- यमुना लहर हिलोरे मारे
कोरस :- यमुना लहर हिलोरे मारे
M:- बादल गरजे बिजली चमके
कोरस :- बादल गरजे बिजली चमके
M:- भादो मास घनाघन बरसे
कोरस :- भादो मास घनाघन बरसे
M:- आंधी भी तूफ़ान हो रही
कोरस :- आंधी भी तूफ़ान हो रही
M:- सिर पे नन्ही जान सो रही
कोरस :- सिर पे नन्ही जान सो रही
M:- मन में सोचे वसुदेव जी
कोरस :- मन में सोचे वसुदेव जी
M:- दया करो भगवान्
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
11.
M:- यमुना जी में उतर गए वो
कोरस :- यमुना जी में उतर गए वो
M:- आधी यमुना निकर गए वो
कोरस :- आधी यमुना निकर गए वो
M:- सिर के ऊपर आ गयी यमुना
कोरस :- सिर के ऊपर आ गयी यमुना
M:- दर्शन को ललचा गयी यमुना
कोरस :- दर्शन को ललचा गयी यमुना
M:- बोली यमुना हाथ जोड़कर
कोरस :- बोली यमुना हाथ जोड़कर
M:- शांत करो निज चरणन छूकर
कोरस :- शांत करो निज चरणन छूकर
M:- वरना पार ना जाने दूंगी
कोरस :- वरना पार ना जाने दूंगी
M:- करुणा कार ना जाने दूंगी
कोरस :- करुणा कार ना जाने दूंगी
M:- चरण धुलाओ पहले हमसे
कोरस :- चरण धुलाओ पहले हमसे
M:- बाद मिलेंगे फिरसे तुमसे
कोरस :- बाद मिलेंगे फिरसे तुमसे
M:- हरी की लीला हरी ही जाने
कोरस :- हरी की लीला हरी ही जाने
M:- हरी को बस हरी ही पहचाने
कोरस :- हरी को बस हरी ही पहचाने
M:- पांव तनिक निचे लटकाया
कोरस :- पांव तनिक निचे लटकाया
M:- माँ यमुना ने शीश नवाया
कोरस :- माँ यमुना ने शीश नवाया
M:- तेज लहर में रस्ता बन गया
कोरस:- तेज लहर में रस्ता बन गया
M:- यमुना के दरम्यान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
12
M:- पहुंच गए नंदरानी के घर
कोरस :- पहुंच गए नंदरानी के घर
M:- माँ यशोदा कल्याणी के घर
कोरस :- माँ यशोदा कल्याणी के घर
M:- जनम हुआ था वहां लली का
कोरस :- जनम हुआ था वहां लली का
M:- चंद्र रतन सुकुमार कली का
कोरस :- चंद्र रतन सुकुमार कली का
M:- मात यशोदा सोय रही थी
कोरस :- मात यशोदा सोय रही थी
M:- स्वप्न मधुर में खोय रही थी
कोरस :- स्वप्न मधुर में खोय रही थी
M:- अपने लला को वहां लिटाया
कोरस :- अपने लला को वहां लिटाया
M:- उनकी लली को गोद उठाया
कोरस :- उनकी लली को गोद उठाया
M:- जैसे आये चुपके चुपके
कोरस :- जैसे आये चुपके चुपके
M:- वैसे ही लौट गए वो छुपके
कोरस :- जेल में आ गए लली को लेके
M:- माँ यशोदा की कली को लेके
कोरस :- माँ यशोदा की कली को लेके
M:- लगी हथकड़ी लग गयी बेड़ी
कोरस :- लगी हथकड़ी लग गयी बेड़ी
M:- खड़े हो गए सारे प्रहरी
कोरस :- खड़े हो गए सारे प्रहरी
M:- सहम गया था कंस आठवीं
कोरस :- सहम गया था कंस आठवीं
M:- आ गयी है संतान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
13.
M:- हाथ में ले तलवार आ गया
कोरस :- हाथ में ले तलवार आ गया
M:- मच गया हाहाकार आ गया
कोरस :- मच गया हाहाकार आ गया
M:- माँ की गोद में लेटी लेटी
कोरस :- माँ की गोद में लेटी लेटी
M:- खेल रही यशोदा की बेटी
कोरस :- खेल रही यशोदा की बेटी
M:- कंस ने पकड़ के पांव उठाया
कोरस :- कंस ने पकड़ के पांव उठाया
M:- घूर के देखा फिर गुर्राया
कोरस :- घूर के देखा फिर गुर्राया
M:- तू ही है क्या काल हमारा
कोरस :- तू ही है क्या काल हमारा
M:- राक्षश बनके वो हुंकारा
कोरस :- राक्षश बनके वो हुंकारा
M:- पेरो में गिर गयी देवकी
कोरस :- पेरो में गिर गयी देवकी
M:- छोड़ दो भैया है ये बेटी
कोरस :- छोड़ दो भैया है ये बेटी
M:- तड़प रहे वसुदेव देवकी
कोरस :- तड़प रहे वसुदेव देवकी
M:- देखि देखि तलवार देवकी
कोरस :- देखि देखि तलवार देवकी
M:- थर थर थर थर कांप रही है
कोरस :- थर थर थर थर कांप रही है
M:- डर के कारण हाफ रही है
कोरस :- डर के कारण हाफ रही है
M:- तानी जब तलवार कंस ने
कोरस :- तानी जब तलवार कंस ने
M:- लेने खातिर जान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
14.
M:- छूट के वो आकाश में धायी
कोरस :- छूट के वो आकाश में धायी
M:- हाथ कंस के लली ना आयी
कोरस :- हाथ कंस के लली ना आयी
M:- बादल में हो रही गर्जना
कोरस :- बादल में हो रही गर्जना
M:- बड़ा भयंकर लली का हसना
कोरस :- बड़ा भयंकर लली का हसना
M:- अब ईश्वर की देखो माया
कोरस :- अब ईश्वर की देखो माया
M:- कंस को कुछ भी समझ ना आया
कोरस :- कंस को कुछ भी समझ ना आया
M:- अष्ट भुजी बन गयी वो कन्या
कोरस :- अष्ट भुजी बन गयी वो कन्या
M:- चंद्र मुखी बन गयी वो कन्या
कोरस :- चंद्र मुखी बन गयी वो कन्या
M:- मार ठहाका हसने लगी वो
कोरस :- मार ठहाका हसने लगी वो
M:- और कंस से कहने लगी वो
कोरस :- और कंस से कहने लगी वो
M:- सुन पापी सुन अत्याचारी
कोरस :- सुन पापी सुन अत्याचारी
M:- तेरी मति गयी है मारी
कोरस :- तेरी मति गयी है मारी
M:- झूठी तू शक्ति में चल रहा
कोरस :- झूठी तू शक्ति में चल रहा
M:- काल तेरा कही और पल रहा
कोरस :- काल तेरा कही और पल रहा
M:- मरने वाला स्वयं है तू
कोरस :- मरने वाला स्वयं है तू
M:- क्या लेगा मेरी जान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
15.
M:- कंस की हालत हो गयी पतली
कोरस :- कंस की हालत हो गयी पतली
M:- उसपे टूट पड़ी ज्यो बिजली
कोरस :- उसपे टूट पड़ी ज्यो बिजली
M:- उड़ गयी वो आकाश कामिनी
कोरस :- उड़ गयी वो आकाश कामिनी
M:- ज्योति पुंज प्रकाश दामिनी
कोरस :- ज्योति पुंज प्रकाश दामिनी
M:- कंस खड़ा चेहरा लटकाये
कोरस :- कंस खड़ा चेहरा लटकाये
M:- कुछ भी उसकी समझ ना आये
कोरस :- कुछ भी उसकी समझ ना आये
M:- छोड़ बहनोई और बहन को
कोरस :- छोड़ बहनोई और बहन को
M:- मार चूका जिन सात ललन को
कोरस :- मार चूका जिन सात ललन को
M:- आठवां पुत्र नंद घर खेले
कोरस :- आठवां पुत्र नंद घर खेले
M:- बने कन्हैया है अलबेले
कोरस :- बने कन्हैया है अलबेले
M:- यशोदा लली बनी योग माया
कोरस :- यशोदा लली बनी योग माया
M:- उड़ आकाश चली बन छाया
कोरस :- उड़ आकाश चली बन छाया
M:- जिधर जिधर से गुजर रही है
कोरस :- जिधर जिधर से गुजर रही है
M:- सारी दिशाए निखर रही है
कोरस :- सारी दिशाए निखर रही है
M:- उड़ते उड़ते आन विराजी
कोरस :- उड़ते उड़ते आन विराजी
M:- विंध्याचल स्थान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
16.
M:- योग माया विंध्याचल आयी
कोरस :- योग माया विंध्याचल आयी
M:- वियावान जंगल में रमाई
कोरस :- वियावान जंगल में रमाई
M:- गंगा तिरे एक शिला पर
कोरस :- गंगा तिरे एक शिला पर
M:- लम्बे डारे केश शिला पर
कोरस :- लम्बे डारे केश शिला पर
M:-` गंगा जी की कल कल धारा
कोरस :- गंगा जी की कल कल धारा
M:- देख रही थी दिव्य नजारा
कोरस :- देख रही थी दिव्य नजारा
M:- नाम नंदजा एक है माँ का
कोरस :- नाम नंदजा एक है माँ का
M:- वैसे रूप अनेक है माँ का
कोरस :- वैसे रूप अनेक है माँ का
M:- योग माया ही कृष्णा नुजा है
कोरस :- योग माया ही कृष्णा नुजा है
M:- शक्ति स्वरूपा अष्ट भुजा है
कोरस :- शक्ति स्वरूपा अष्ट भुजा है
M:- बन दुर्गा का नाम है वर्णित
कोरस :- बन दुर्गा का नाम है वर्णित
M:- विंध्याचल स्थान है चर्चित
कोरस :- विंध्याचल स्थान है चर्चित
M:- आदि शक्ति माँ आदि भवानी
कोरस :- आदि शक्ति माँ आदि भवानी
M:- योग माया माँ जग कल्याणी
कोरस :- योग माया माँ जग कल्याणी
M:- शास्त्रों में स्थान है ऊँचा
कोरस :- शास्त्रों में स्थान है ऊँचा
M:- वेद करे गुणगान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
17.
M:- ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष में
कोरस :- ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष में
M:- पूजा होती हवन यज्ञ से
कोरस :- पूजा होती हवं हवन यज्ञ से
M:- पावन तिथि अरण्य अष्टमी
कोरस :- पावन तिथि अरण्य अष्टमी
M:- नव रातो की पूज्य अष्टमी
कोरस :- नव रातो की पूज्य अष्टमी
M:- विंध्याचल विख्यात जगत में
कोरस :- विंध्याचल विख्यात जगत में
M:- माँ सबसे प्रख्यात जगत में
कोरस :- माँ सबसे प्रख्यात जगत में
M:- शुम्भ निशुम्भ दैत्य संघारे
कोरस :- शुम्भ निशुम्भ दैत्य संघारे
M:- वीर से वीर दैत्य हानि डारे
कोरस :- वीर से वीर दैत्य हानि डारे
M:- कभी चंडिका कभी कालिका
कोरस :- कभी चंडिका कभी कालिका
M:- कभी बन गयी रक्त घालिका
कोरस :- कभी बन गयी रक्त घालिका
M:- रूप धरा विकराल कभी तो
कोरस :- रूप धरा विकराल कभी तो
M:- बन गयी है विकराल कभी तो
कोरस :- बन गयी है विकराल कभी तो
M:- कभी बन गयी करुणामयी माँ
कोरस :- कभी बन गयी करुणामयी माँ
M:- आँचल छाँव की तरुणामयी माँ
कोरस :- आँचल छाँव की तरुणामयी माँ
M:- सारे जगत में ममता लुटाती
कोरस :- सारे जगत में ममता लुटाती
M:- करती कष्ट निदान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
18.
M:- योग माया तो कही महामाया
कोरस :- योग माया तो कही महामाया
M:- माँ शीतल आँचल की छाया
कोरस :- माँ शीतल आँचल की छाया
M:- विंध्याचल की विंध्यवासिनी
कोरस :- विंध्याचल की विंध्यवासिनी
M:- माँ दुर्गा भव सिंधु नाशिनी
कोरस :- माँ दुर्गा भव सिंधु नाशिनी
M:- विंध्याचल में शक्तिपीठ है
कोरस :- विंध्याचल में शक्तिपीठ है
M:- कष्ट हरण की मुक्ति पीठ है
कोरस :- कष्ट हरण की मुक्ति पीठ है
M:- सबके कष्ट निवारण करती
कोरस :- सबके कष्ट निवारण करती
M:- पल में दुखो का हारण करती
कोरस :- पल में दुखो का हारण करती
M:- पुरे विग्रह से होते दर्शन
कोरस :- पुरे विग्रह से होते दर्शन
M:- पावन हो जाता है तन मन
कोरस :- पावन हो जाता है तन मन
M:- परा शक्ति माँ अष्ट भवानी
कोरस :- परा शक्ति माँ अष्ट भवानी
M:- जलती जोत सदा नूरानी
कोरस :- जलती जोत सदा नूरानी
M:- विंध्याचल पर्वत की शान है
कोरस :- विंध्याचल पर्वत की शान है
M:- दिन हिन् दुखियो की आन है
कोरस :- दिन हिन् दुखियो की आन है
M:- रोते हुए चेहरों पे यहाँ
कोरस :- रोते हुए चेहरों पे यहाँ
M- आ जाती है मुस्कान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
19.
M:- आओ चले नंद गाँव चले अब
कोरस :- आओ चले नंद गाँव चले अब
M:- तट वट वाली छाँव चले अब
कोरस :- तट वट वाली छाँव चले अब
M:- कृष्ण बने गोवर्धन धारी
कोरस :- कृष्ण बने गोवर्धन धारी
M:- मारा कंस है कुब्जा तारी
कोरस :- मारा कंस है कुब्जा तारी
M:- काली दाह के नाग नचैया
कोरस :- काली दाह के नाग नचैया
M:- छाछ पे नाचे ता ता थइया
कोरस :- छाछ पे नाचे ता ता थइया
M:- जाके घर में लाखो गईया
कोरस :- जाके घर में लाखो गईया
M:- नाम पड़ा दधि दूध चुरैया
कोरस :- नाम पड़ा दधि दूध चुरैया
M:- पूतना मार बकासुर मारा
कोरस :- पूतना मार बकासुर मारा
M:- ऊँगली पे गिरिराज को धारा
कोरस :- ऊँगली पे गिरिराज को धारा
M:- वृन्दावन में रास रचाये
कोरस :- वृन्दावन में रास रचाये
M:- बांके बिहारी नाम सुहाये
कोरस :- बांके बिहारी नाम सुहाये
M:- राधा रुक्मणि मीरा बाई
कोरस :- राधा रुक्मणि मीरा बाई
M:- तीनो के अंग संग कन्हाही
कोरस :- तीनो के अंग संग कन्हाही
M:- पावन धन्य बिरज की भूमि
कोरस :- पावन धन्य बिरज की भूमि
M:- धन्य बिरज स्थान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
20.
M:- कलियुग में विंध्याचल दर्शन
कोरस :- कलियुग में विंध्याचल दर्शन
M:- मन काया हो जाए कंचन
कोरस :- मन काया हो जाए कंचन
M:- मिर्जापुर में विंध्यांचल है
कोरस :- मिर्जापुर में विंध्यांचल है
M:- विंध्यवासिनी नाम अटल है
कोरस :- विंध्यवासिनी नाम अटल है
M:- वैतरणी माँ यमुना गंगा
कोरस :- वैतरणी माँ यमुना गंगा
M:- मार के डूबगी हो मन चंगा
कोरस :- मार के डूबगी हो मन चंगा
M:- काशी धाम बनारस में है
कोरस :- काशी धाम बनारस में है
M:- जहाँ पे गंगा नस नस में है
कोरस :- जहाँ पे गंगा नस नस में है
M:- गंगा यमुना सरस्वती जी
कोरस :- गंगा यमुना सरस्वती जी
M:- इलाहबाद में जहाँ है मिलती
कोरस :- इलाहबाद में जहाँ है मिलती
M:- यहाँ से ज्यादा दूर नहीं है
कोरस :- यहाँ से ज्यादा दूर नहीं है
M:- विंध्याचल कुछ दूर नहीं है
कोरस :- विंध्याचल कुछ दूर नहीं है
M:- दिशा यहाँ से उत्तर जाओ
कोरस :- दिशा यहाँ से उत्तर जाओ
M:- राम लला के दर्शन पाओ
कोरस :- राम लला के दर्शन पाओ
M:- अवध पूरी नगरी है पावन
कोरस :- अवध पूरी नगरी है पावन
M:- जनम भूमि स्थान
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
21.
M:- अष्ट भुजी का भवन सुहावन
कोरस :- अष्ट भुजी का भवन सुहावन
M:- अति रमणीक मधुर अति पावन
कोरस :- अति रमणीक मधुर अति पावन
M:- जहाँ विराजे विंध्यवासिनी
कोरस :- जहाँ विराजे विंध्यवासिनी
M:_ पाप लोभ क्षय दोष नाशिनी
कोरस :- पाप लोभ क्षय दोष नाशिनी
M:- भवन में बैठी तरण तारिणी
कोरस :- भवन में बैठी तरण तारिणी
M:- शक्ति स्वरूपा सिंह वाहिनी
कोरस :- शक्ति स्वरूपा सिंह वाहिनी
M:_ जय हो तेरी आदि भवानी
कोरस :- जय हो तेरी आदि भवानी
M:- जय हो तेरी जग कल्याणी
कोरस :- जय हो तेरी जग कल्याणी
M:- रखना लाज सदा भक्तो की
कोरस :- रखना लाज सदा भक्तो की
M:- सुनना विनय साधु संतो की
कोरस :- सुनना विनय साधु संतो की
M::- मैं अनपढ़ अज्ञान हूँ माता
कोरस :- मैं अनपढ़ अज्ञान हूँ माता
M:- मंद बुद्धि नादान हूँ माता
कोरस :- मंद बुद्धि नादान हूँ माता
M:- अंत नहीं है कथा का तेरी
कोरस :- अंत नहीं है कथा का तेरी
M:- लिखू जो मैं क्या हिम्मत मेरी
कोरस :- लिखू जो मैं क्या हिम्मत मेरी
M:- मरते समय तक कलम रुके ना
कोरस :- मरते समय तक कलम रुके ना
M:- सुखदेव की रखना आन
विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया
कोरस :- विंध्यवासिनी तेरी जय हो
तेरी जय हो योग माया -२
लेखक :- सुखदेव निषाद
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