Current Date: 19 Nov, 2024

विंध्यवासिनी अवतरण

- Chetna Shukla


 M:-    विंध्यवासिनी की महिमा को 
    सुनो लगाकर ध्यान 
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                 १
M:-    विन्ध्वासिनी विंध्याचल में 
कोरस :-     विन्ध्वासिनी विंध्याचल में 
M:-    कैसे बसी भक्तो के दिल में 
कोरस :-     कैसे बसी भक्तो के दिल में 
M:-    कहाँ पे जन्मी कहाँ से आयी 
कोरस :-     कहाँ पे जन्मी कहाँ से आयी 
M:-    कैसे माँ दुर्गा कहलायी 
कोरस :-     कैसे माँ दुर्गा कहलायी 
M:-    किस कारण अवतार लिया है 
कोरस :-    किस कारण अवतार लिया है
M:-    किस किस का उद्धार किया है 
कोरस :-     किस किस का उद्धार किया है 
M:-    किसका नाश किया है माँ ने 
कोरस :-     किसका नाश किया है माँ ने 
M:-    कहाँ कहाँ वास किया है माँ ने 
कोरस :-     कहाँ कहाँ वास किया है माँ ने 
M:-    कैसे विधि ने लेख लिखाया 
कोरस :-     कैसे विधि ने लेख लिखाया 
M:-    कैसे बनी है माँ योग माया 
कोरस :-     कैसे बनी है माँ योग माया 
M:-    कौन है माता कौन पिता है 
कोरस :-     कौन है माता कौन पिता है 
M:-    विंध्यवासिनी किसकी सुता है 
कोरस :-     विंध्यवासिनी किसकी सुता है 
M:-    चली कहाँ से कहाँ पे आयी 
कोरस :-     चली कहाँ से कहाँ पे आयी 
M:-    कहाँ पे शक्ति पीठ बनायीं
कोरस :-     कहाँ पे शक्ति पीठ बनायीं
M:-    किस कारण माँ हुई अवतरित
कोरस :-     किस कारण माँ हुई अवतरित
M:-    करने जग कल्याण 
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                  २
M:-    कंस की प्यारी बहन देवकी 
कोरस :-     कंस की प्यारी बहन देवकी 
M:-    बनी दुल्हन जब वसुदेव की 
कोरस :-     बनी दुल्हन जब वसुदेव की 
M:-    कंस बड़ा खुशहाल मगन था 
कोरस :-     कंस बड़ा खुशहाल मगन था 
M:-    देवकी का ससुराल गमन था 
कोरस :-     देवकी का ससुराल गमन था 
M:-    कंस बना कोथवान बहन का 
कोरस :-     कंद बना कोथवान बहन का 
M:-    भाई बड़ा महान बहन का 
कोरस :-     भाई बड़ा महान बहन का 
M:-    बैठ गया वो रथ को हांकने
कोरस :-     बैठ गया वो रथ को हांकने
M:-     सैनिक सब उसे लगे ताकने 
कोरस :-     सैनिक सब उसे लगे ताकने 
M:-    बोला कंस दुखी हो सबसे 
कोरस :-     बोला कंस दुखी हो सबसे 
M:-    बहन हमारी बैठी है रथ में 
कोरस :-     बहन हमारी बैठी है रथ में 
M:-    बैठे मेरे बहन बहनोई 
कोरस :-     बैठे मेरे बहन बहनोई 
M:-    इससे अधिक ख़ुशी ना कोई 
कोरस :-     इससे अधिक ख़ुशी ना कोई 
M:-    आऊंगा ससुराल छोड़कर 
कोरस :-     आऊंगा ससुराल छोड़कर 
M:-    बहन को मैं खुशहाल छोड़कर 
कोरस :-     बहन को मैं खुशहाल छोड़कर 
M:-    बहन हमारी वैभव पाए 
कोरस :-     बहन हमारी वैभव पाए
M:-    सदा रहे यशगान 
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
              3.
M:-    हाँक रहा रथ कंस बहन का 
कोरस :-     हाँक रहा रथ कंस बहन का 
M:-    चला देखने वंश बहन का 
कोरस :-     चला देखने वंश बहन का 
M:-    राज्य से था कुछ दूर ही आया 
कोरस :-     राज्य से था कुछ दूर ही आया 
M:-    कानो से कोई स्वर टकराया 
कोरस :-     कानो से कोई स्वर टकराया 
M:-    हुई कंस को अति हैरानी 
कोरस :-     हुई कंस को अति हैरानी 
M:-    किधर से आयी है ये वाणी 
कोरस :-     किधर से आयी है ये वाणी 
M:-    कंस ने देखा शीश उठाकर 
कोरस :-     कंस ने देखा शीश उठाकर 
M:-    इधर उधर फिर नजर घुमाकर 
कोरस :-     इधर उधर फिर नजर घुमाकर 
M:-    फिर से वही आवाज है आयी 
कोरस :-     फिर से वही आवाज है आयी 
M:-    कंस के कानो से टकराई 
कोरस :-     कंस के कानो से टकराई 
M:-    जिसे छोड़ने चला लगन से 
कोरस :-     जिसे छोड़ने चला लगन से 
M:-    मौत मिलेगी उसी बहन से 
कोरस :-     मौत मिलेगी उसी बहन से 
M:-    इसकी आठवीं जो संतान 
कोरस :-     इसकी आठवीं जो संतान 
M:-    वही हरेगी तेरे प्राण 
कोरस :-     वही हरेगी तेरे प्राण 
M:-    ऐसी अशगुन वाणी सुनके 
कोरस :-     ऐसी अशगुन वाणी सुनके 
M:-    कंस हुआ हैरान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
               4.
M:-    कंस के मन में हो रही हलचल 
कोरस :-     कंस के मन में हो रही हलचल 
M:-    वाणी सुन मन हो रहा व्याकुल 
कोरस :-     वाणी सुन मन हो रहा व्याकुल 
M:-    कंस के मन शैतान आ गया 
कोरस :-     कंस के मन शैतान आ गया 
M:-    बहुत बड़ा तूफ़ान आ गया 
कोरस :-     बहुत बड़ा तूफ़ान आ गया 
M:-    मन घर कर गयी बात आसुरी 
कोरस :-    मन घर कर गयी बात आसुरी
M:-    बांस रहे ना बने बांसुरी 
कोरस :-     बांस रहे ना बने बांसुरी 
M:-    रथ से उतर गया वो झट से 
कोरस :-     रथ से उतर गया वो झट से 
M:-    बहन की चोटी पकड़ ली कस के 
कोरस :-     बहन की चोटी पकड़ ली कस के 
M:-    खिंच लिया तलवार म्यान से 
कोरस :-     खिंच लिया तलवार म्यान से 
M:-    तुझको दूंगा मार जान से 
कोरस :-     तुझको दूंगा मार जान से 
M:-    तेरा मरना है अब निश्चित 
कोरस :-     तेरा मरना है अब निश्चित 
M:-    सुन वसुदेव हो गए चिंतित 
कोरस :-     सुन वसुदेव हो गए चिंतित 
M:-    पकड़ लिया है हाथ कंस का 
कोरस :-     पकड़ लिया है हाथ कंस का 
M:-    समझ गए जज्बात कंस का 
कोरस :-     समझ गए जज्बात कंस का 
M:-    हाथ जोड़ता हु मैं आपके 
कोरस :-     हाथ जोड़ता हु मैं आपके 
M:-    बक्श दो इसके प्राण
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                5.
M:-    बोला कंस क्रोध में आके 
कोरस :-     बोला कंस क्रोध में आके 
M:-    फिर से वो तलवार उठा के 
कोरस :-     फिर से वो तलवार उठा के 
M:-    ना छोडूंगा इसको जिन्दा 
कोरस :-     ना छोडूंगा इसको जिन्दा 
M:-    भले हो मेरी जग में निंदा 
कोरस :-     भले हो मेरी जग में निंदा 
M:-    इसकी आठवीं जो औलाद 
कोरस :-     इसकी आठवीं जो औलाद 
M:-    मौत है मेरी उसके हाथ 
कोरस :-     मौत है मेरी उसके हाथ 
M:-    बोले  कर वसुदेव निवेदन 
कोरस :-     बोले कर वसुदेव निवेदन 
M:-    छोड़ दो उसको कंस निकेतन 
कोरस :-     छोड़ दो उसको कंस निकेतन 
M:-    बहन के वध का पाप ना लो सिर
कोरस :-     बहन के वध का पाप ना लो सिर
M:-    बोला कंस मरू मैं क्यों फिर 
कोरस :-     बोला कंस मरू मैं क्यों फिर 
M:-    अगर ना मेने इसको मारा 
कोरस :-     अगर ना मेने इसको मारा 
M:-    ये जन्मेगी काल हमारा 
कोरस :-     ये जन्मेगी काल हमारा 
M:-    बिलख रहे थे वसुदेव जी 
कोरस :-      बिलख रहे थे वसुदेव जी 
M:-    सुनो हमारी बात कंस जी 
कोरस :-      सुनो हमारी बात कंस जी 
M:-    तुमको सोपु कंसराज में अपनी हर संतान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                6.
M:-    बैठ गयी मन बात कंस के 
कोरस:-     बैठ गयी मन बात कंस के 
M:-    शांत हुए जज्बात कंस के 
कोरस:-     शांत हुए जज्बात कंस के 
M:-    डाल दिया उन्हें जेल के अंदर 
कोरस:-     डाल दिया उन्हें जेल के अंदर 
M:-    वसुदेव से इतना कहकर 
कोरस:-     वसुदेव से इतना कहकर 
M:-    अपना वचन भूल ना जाना 
कोरस:-     अपना वचन भूल ना जाना 
M:-    हर संतान हमे दे जाना 
कोरस:-     हर संतान हमे दे जाना
M:-    कड़ी करा दी पहरेदारी 
कोरस:-     कड़ी करा दी पहरेदारी 
M:-    कंस बन गया अत्याचारी 
कोरस:-     कंस बन गया अत्याचारी 
M:-    अब आगे की सुनो कहानी 
कोरस:-     अब आगे की सुनो कहानी 
M:-    गोकुल में नंद की नंदरानी 
कोरस:-     गोकुल में नंद की नंदरानी 
M:-    पास में जिनके लाखो गईया
कोरस:-     पास में जिनके लाखो गईया
M:-    नयी नवेली यशोदा मईया
कोरस:-     नयी नवेली यशोदा मईया
M:-    दोनों की अति युगल छवि है 
कोरस:-     दोनों की अति युगल छवि है 
M:-    सुमन लता सी युगल छवि है
कोरस:-     सुमन लता सी युगल छवि है
M:-    नंद बाबा के पटरानी की
कोरस:-     नंद बाबा के पटरानी की
M:-    मधुर युगल मुस्कान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                 7.
M:-    विधि ने जो भी लिखा है जितना 
कोरस :-       विधि ने जो भी लिखा है जितना
M:-    होके रहा हमेशा उतना 
कोरस :-     होके रहा हमेशा उतना 
M:-    ईश्वर की ईश्वर ही जाने
कोरस :-     ईश्वर की ईश्वर ही जाने 
M:-    जो होना है होके माने 
कोरस :-     जो होना है होके माने 
M:-    सात सात संतान जेल में 
कोरस :-     सात सात संतान जेल में 
M:-    कंस ही ले ली जान जेल में 
कोरस :-     कंस ही ले ली जान जेल में 
M:-    पत्थर हो गए देव देवकी 
कोरस :-     पत्थर हो गए देव देवकी 
M:-    तड़प रहे वसुदेव देवकी 
कोरस :-     तड़प रहे वसुदेव देवकी 
M:-    हाथ हथकड़ी पांव में बेड़ी
कोरस :-     हाथ हथकड़ी पांव में बेड़ी
M:-    काल कोठरी बड़ी अँधेरी 
कोरस :-     काल कोठरी बड़ी अँधेरी 
M:-    लिखी विधाता ने जो लेखनी 
कोरस :-     लिखी विधाता ने जो लेखनी 
M:-    किसके बस की उसे रोकनी
कोरस :-     किसके बस की उसे रोकनी 
M:-    गर्भ आठवां पेट में आया 
कोरस :-     गर्भ आठवां पेट में आया 
M:-    अब देखो ईश्वर की माया 
कोरस :-     अब देखो ईश्वर की माया 
M:-    चक्र सुदर्शन गदा के धारी
कोरस :-     चक्र सुदर्शन गदा के धारी
M:-    श्री विष्णु भगवान् 
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
               8.
M:-    आओ चले अब नंद गांव में 
कोरस :-     आओ चले अब नंद गांव में 
M:-    यमुना के तट वट की छाव में 
कोरस :-     यमुना के तट वट की छाव में 
M:-    नंद रानी मुस्काय रही है 
कोरस :-     नंद रानी मुस्काय रही है 
M:-    नंद जी से शर्माए रही है
कोरस :-     नंद जी से शर्माए रही है
M:-    नंद जी ने जब कारण पूछा 
कोरस :-     नंद जी ने जब कारण पूछा 
M:-    कर बैठी वो घूँघट नीचा
कोरस :-     कर बैठी वो घूँघट नीचा
M:-    घूँघट की ले आड़ वो बोली
कोरस :-     घूँघट की ले आड़ वो बोली
M:-    लम्बा घूँघट काढ़ के बोली 
कोरस :-     लम्बा घूँघट काढ़ के बोली 
M:-    बाबा तुम बनने वारे हो 
कोरस :-     बाबा तुम बनने वारे हो 
M:-    मैया हम बनने वारी है 
कोरस :-     मैया हम बनने वारी है
M:-    नंद बाबा फुले ना समाये 
कोरस :-     नंद बाबा फुले ना समाये 
M:-    घूँघट में झांके मुस्काये 
कोरस :-     घूँघट में झांके मुस्काये 
M:-    जरा तुनक नंदरानी बोली 
कोरस :-     जरा तुनक नंदरानी बोली 
M:-    हटो जी तुम ना करो ठिठोली 
कोरस :-     हटो जी तुम ना करो ठिठोली 
M:-    चंदन काठ को पलना बनाओ 
कोरस :-     चंदन काठ को पलना बनाओ 
M:-    आय रयि नन्ही जान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
              9.
M:-    भादो रात अँधेरी आयी 
कोरस :-     भादो रात अँधेरी आयी 
M:-    जेल में चमक उठी परछाई 
कोरस :-     जेल में चमक उठी परछाई 
M:-    दिव्य अलौकिक ज्योति पुंज सा
कोरस :-     दिव्य अलौकिक ज्योति पुंज सा
M:-    हुआ प्रकाशित ज्योति पुंज सा 
कोरस :-     हुआ प्रकाशित ज्योति पुंज सा 
M:-    सो गए सारे सैनिक प्रहरी 
कोरस :-     सो गए सारे सैनिक प्रहरी 
M:-    निद्रा आ गयी उनको गहरी 
कोरस :-     निद्रा आ गयी उनको गहरी 
M:-    विष्णु ने अवतार लिया है
कोरस :-     विष्णु ने अवतार लिया है
M:-    रूप शिशु का धार लिया है 
कोरस :-     रूप शिशु का धार लिया है 
M:-    कांप उठी माँ कंस के डर से 
कोरस:-     कांप उठी माँ कंस के डर से 
M:-    कैसे बचाऊ उसके कहर से 
कोरस:-     कैसे बचाऊ उसके कहर से 
M:-    सात सात फाटक के अंदर 
कोरस:-     सात सात फाटक के अंदर 
M:-    निकल के जाए कैसे बाहर 
कोरस:-     निकल के जाए कैसे बाहर 
M: -    सातो फाटक स्वयं खुल गए 
कोरस:-     सातो फाटक स्वयं खुल गए 
M: -    ताले सारे स्वयं खुल गए 
कोरस :-     ताले सारे स्वयं खुल गए 
M:-    सारे प्रहरी हो गए जैसे 
कोरस :-     सारे प्रहरी हो गए जैसे 
M:-    सब हो गए बेजान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                      10.
M:-    बेड़ी टूटी खुली हथकड़ी 
कोरस :-     बेड़ी टूटी खुली हथकड़ी 
M:-    कोने में थी पड़ी टोकरी 
कोरस :-     कोने में थी पड़ी टोकरी
M:-    दो पल भी ना समय गवाया
कोरस :-     दो पल भी ना समय गवाया
M:-    बालक उसमे तुरत लिटाया
कोरस :-     बालक उसमे तुरत लिटाया
M:-    फिर वो टोकरी शीश पे धरके 
कोरस :-     फिर वो टोकरी शीश पे धरके 
M:-    जेल से निकले चुपके चुपके 
कोरस :-     जेल से निकले चुपके चुपके 
M:-    सारे सैनिक सोते पाए 
कोरस :-     सारे सैनिक सोते पाए 
M:-    सबको धरा पे लोटे पाए 
कोरस :-     सबको धरा पे लोटे पाए 
M: -    पहुंच गए यमुना के किनारे 
कोरस:-     पहुंच गए यमुना के किनारे 
M:-    यमुना लहर हिलोरे मारे 
कोरस :-     यमुना लहर हिलोरे मारे 
M:-    बादल गरजे बिजली चमके 
कोरस :-     बादल गरजे बिजली चमके 
M:-    भादो मास घनाघन बरसे 
कोरस :-     भादो मास घनाघन बरसे 
M:-    आंधी भी तूफ़ान हो रही 
कोरस :-     आंधी भी तूफ़ान हो रही 
M:-    सिर पे नन्ही जान सो रही 
कोरस :-     सिर पे नन्ही जान सो रही 
M:-    मन में सोचे वसुदेव जी 
कोरस :-      मन में सोचे वसुदेव जी 
M:-    दया करो भगवान् 
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                       11.
M:-    यमुना जी में उतर गए वो 
कोरस :-     यमुना जी में उतर गए वो 
M:-    आधी यमुना निकर गए वो 
कोरस :-     आधी यमुना निकर गए वो 
M:-    सिर के ऊपर आ गयी यमुना 
कोरस :-     सिर के ऊपर आ गयी यमुना 
M:-    दर्शन को ललचा गयी यमुना 
कोरस :-     दर्शन को ललचा गयी यमुना 
M:-    बोली यमुना हाथ जोड़कर 
कोरस :-     बोली यमुना हाथ जोड़कर
M:-    शांत करो निज चरणन छूकर 
कोरस :-     शांत करो निज चरणन छूकर 
M:-    वरना पार ना जाने दूंगी 
कोरस :-     वरना पार ना जाने दूंगी
M:-    करुणा कार ना जाने दूंगी 
कोरस :-     करुणा कार ना जाने दूंगी 
M:-    चरण धुलाओ पहले हमसे 
कोरस :-     चरण धुलाओ पहले हमसे 
M:-    बाद मिलेंगे फिरसे तुमसे 
कोरस :-     बाद मिलेंगे फिरसे तुमसे 
M:-    हरी की लीला हरी ही जाने 
कोरस :-     हरी की लीला हरी ही जाने 
M:-    हरी को बस हरी ही पहचाने 
कोरस :-     हरी को बस हरी ही पहचाने 
M:-    पांव तनिक निचे लटकाया 
कोरस :-     पांव तनिक निचे लटकाया 
M:-    माँ यमुना ने शीश नवाया 
कोरस :-      माँ यमुना ने शीश नवाया 
M:-    तेज लहर में रस्ता बन गया
कोरस:-     तेज लहर में रस्ता बन गया 
M:-    यमुना के दरम्यान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                   12
M:-    पहुंच गए नंदरानी के घर 
कोरस :-     पहुंच गए नंदरानी के घर 
M:-    माँ यशोदा कल्याणी के घर
कोरस :-     माँ यशोदा कल्याणी के घर
M:-    जनम हुआ था वहां लली का 
कोरस :-     जनम हुआ था वहां लली का 
M:-    चंद्र रतन सुकुमार कली का 
कोरस :-     चंद्र रतन सुकुमार कली का 
M:-    मात यशोदा सोय रही थी 
कोरस :-     मात यशोदा सोय रही थी 
M:-    स्वप्न मधुर में खोय रही थी
कोरस :-     स्वप्न मधुर में खोय रही थी
M:-    अपने लला को वहां लिटाया 
कोरस :-     अपने लला को वहां लिटाया 
M:-    उनकी लली को गोद उठाया 
कोरस :-     उनकी लली को गोद उठाया 
M:-    जैसे आये चुपके चुपके 
कोरस :-     जैसे आये चुपके चुपके 
M:-    वैसे ही लौट गए वो छुपके 
कोरस :-     जेल में आ गए लली को लेके 
M:-    माँ यशोदा की कली को लेके 
कोरस :-     माँ यशोदा की कली को लेके
M:-    लगी हथकड़ी लग गयी बेड़ी 
कोरस :-     लगी हथकड़ी लग गयी बेड़ी 
M:-    खड़े हो गए सारे प्रहरी 
कोरस :-    खड़े हो गए सारे प्रहरी 
M:-    सहम गया था कंस आठवीं 
कोरस :-     सहम गया था कंस आठवीं 
M:-    आ गयी है संतान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                       13.
M:-    हाथ में ले तलवार आ गया 
कोरस :-     हाथ में ले तलवार आ गया 
M:-    मच गया हाहाकार आ गया 
कोरस :-     मच गया हाहाकार आ गया 
M:-    माँ की गोद में लेटी लेटी
कोरस :-     माँ की गोद में लेटी लेटी
M:-    खेल रही यशोदा की बेटी 
कोरस :-     खेल रही यशोदा की बेटी 
M:-    कंस ने  पकड़ के पांव उठाया 
कोरस :-     कंस ने  पकड़ के पांव उठाया 
M:-    घूर के देखा फिर गुर्राया 
कोरस :-     घूर के देखा फिर गुर्राया 
M:-    तू ही है क्या काल हमारा 
कोरस :-     तू ही है क्या काल हमारा 
M:-    राक्षश बनके वो हुंकारा 
कोरस :-     राक्षश बनके वो हुंकारा 
M:-    पेरो में गिर गयी देवकी 
कोरस :-     पेरो में गिर गयी देवकी 
M:-    छोड़ दो भैया है ये बेटी 
कोरस :-     छोड़ दो भैया है ये बेटी 
M:-    तड़प रहे वसुदेव देवकी 
कोरस :-     तड़प रहे वसुदेव देवकी 
M:-    देखि देखि तलवार देवकी 
कोरस :-     देखि देखि तलवार देवकी 
M:-    थर थर थर थर कांप रही है 
कोरस :-     थर थर थर थर कांप रही है 
M:-    डर के कारण हाफ रही है 
कोरस :-     डर के कारण हाफ रही है 
M:-    तानी जब तलवार कंस ने 
कोरस :-     तानी जब तलवार कंस ने 
M:-    लेने खातिर जान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                 14.
M:-    छूट के वो आकाश में धायी
कोरस :-     छूट के वो आकाश में धायी
M:-    हाथ कंस के लली ना आयी 
कोरस :-     हाथ कंस के लली ना आयी 
M:-    बादल में हो रही गर्जना 
कोरस :-     बादल में हो रही गर्जना 
M:-    बड़ा भयंकर लली का हसना 
कोरस :-     बड़ा भयंकर लली का हसना 
M:-    अब ईश्वर की देखो माया 
कोरस :-     अब ईश्वर की देखो माया 
M:-    कंस को कुछ भी समझ ना आया
कोरस :-     कंस को कुछ भी समझ ना आया
M:-    अष्ट भुजी बन गयी वो कन्या 
कोरस :-     अष्ट भुजी बन गयी वो कन्या 
M:-    चंद्र मुखी बन गयी वो कन्या 
कोरस :-     चंद्र मुखी बन गयी वो कन्या 
M:-    मार ठहाका हसने लगी वो 
कोरस :-     मार ठहाका हसने लगी वो 
M:-    और कंस से कहने लगी वो 
कोरस :-     और कंस से कहने लगी वो 
M:-    सुन पापी सुन अत्याचारी 
कोरस :-     सुन पापी सुन अत्याचारी 
M:-    तेरी मति गयी है मारी 
कोरस :-     तेरी मति गयी है मारी 
M:-    झूठी तू शक्ति में चल रहा 
कोरस :-     झूठी तू शक्ति में चल रहा 
M:-    काल तेरा कही और पल रहा 
कोरस :-     काल तेरा कही और पल रहा 
M:-    मरने वाला स्वयं है तू 
कोरस :-     मरने वाला स्वयं है तू 
M:-    क्या लेगा मेरी जान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
               15.
M:-    कंस की हालत हो गयी पतली 
कोरस :-     कंस की हालत हो गयी पतली 
M:-    उसपे टूट पड़ी ज्यो बिजली 
कोरस :-     उसपे टूट पड़ी ज्यो बिजली 
M:-    उड़ गयी वो आकाश कामिनी 
कोरस :-     उड़ गयी वो आकाश कामिनी 
M:-    ज्योति पुंज प्रकाश दामिनी 
कोरस :-     ज्योति पुंज प्रकाश दामिनी
M:-    कंस खड़ा चेहरा लटकाये 
कोरस :-     कंस खड़ा चेहरा लटकाये 
M:-    कुछ भी उसकी समझ ना आये
कोरस :-     कुछ भी उसकी समझ ना आये
M:-    छोड़ बहनोई और बहन को 
कोरस :-     छोड़ बहनोई और बहन को 
M:-    मार चूका जिन सात ललन को 
कोरस :-     मार चूका जिन सात ललन को 
M:-    आठवां पुत्र नंद घर खेले 
कोरस :-     आठवां पुत्र नंद घर खेले 
M:-    बने कन्हैया है अलबेले 
कोरस :-     बने कन्हैया है अलबेले 
M:-    यशोदा लली बनी योग माया 
कोरस :-     यशोदा लली बनी योग माया 
M:-    उड़ आकाश चली बन छाया 
कोरस :-     उड़ आकाश चली बन छाया 
M:-    जिधर जिधर से गुजर रही है 
कोरस :-     जिधर जिधर से गुजर रही है 
M:-    सारी दिशाए निखर रही है 
कोरस :-     सारी दिशाए निखर रही है 
M:-    उड़ते उड़ते आन विराजी 
कोरस :-     उड़ते उड़ते आन विराजी 
M:-    विंध्याचल स्थान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                16.
M:-    योग माया विंध्याचल आयी 
कोरस :-     योग माया विंध्याचल आयी 
M:-    वियावान जंगल में रमाई
कोरस :-     वियावान जंगल में रमाई
M:-    गंगा तिरे एक शिला पर 
कोरस :-     गंगा तिरे एक शिला पर 
M:-    लम्बे डारे केश शिला पर
कोरस :-     लम्बे डारे केश शिला पर
M:-`    गंगा जी की कल कल धारा
कोरस :-     गंगा जी की कल कल धारा
M:-    देख रही थी दिव्य नजारा 
कोरस :-     देख रही थी दिव्य नजारा 
M:-    नाम नंदजा एक है माँ का 
कोरस :-     नाम नंदजा एक है माँ का
M:-    वैसे रूप अनेक है माँ का 
कोरस :-     वैसे रूप अनेक है माँ का 
M:-    योग माया ही कृष्णा नुजा है 
कोरस :-     योग माया ही कृष्णा नुजा है
M:-    शक्ति स्वरूपा अष्ट भुजा है 
कोरस :-     शक्ति स्वरूपा अष्ट भुजा है
M:-    बन दुर्गा का नाम है वर्णित 
कोरस :-     बन दुर्गा का नाम है वर्णित 
M:-    विंध्याचल स्थान है चर्चित 
कोरस :-     विंध्याचल स्थान है चर्चित 
M:-    आदि शक्ति माँ आदि भवानी 
कोरस :-     आदि शक्ति माँ आदि भवानी 
M:-    योग माया माँ जग कल्याणी 
कोरस :-     योग माया माँ जग कल्याणी 
M:-    शास्त्रों में स्थान है ऊँचा 
कोरस :-    शास्त्रों में स्थान है ऊँचा 
M:-    वेद करे गुणगान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
               17.
M:-    ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष में 
कोरस :-     ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष में 
M:-    पूजा होती हवन यज्ञ से
कोरस :-     पूजा होती हवं हवन यज्ञ से
M:-    पावन तिथि अरण्य अष्टमी 
कोरस :-     पावन तिथि अरण्य अष्टमी 
M:-    नव रातो की पूज्य अष्टमी 
कोरस :-     नव रातो की पूज्य अष्टमी 
M:-    विंध्याचल विख्यात जगत में 
कोरस :-     विंध्याचल विख्यात जगत में 
M:-    माँ सबसे प्रख्यात जगत में 
कोरस :-     माँ सबसे प्रख्यात जगत में 
M:-    शुम्भ निशुम्भ दैत्य संघारे
कोरस :-     शुम्भ निशुम्भ दैत्य संघारे
M:-    वीर से वीर दैत्य हानि डारे 
कोरस :-     वीर से वीर दैत्य हानि डारे 
M:-    कभी चंडिका कभी कालिका
कोरस :-     कभी चंडिका कभी कालिका
M:-    कभी बन गयी रक्त घालिका
कोरस :-     कभी बन गयी रक्त घालिका
M:-    रूप धरा विकराल कभी तो 
कोरस :-     रूप धरा विकराल कभी तो 
M:-    बन गयी है विकराल कभी तो 
कोरस :-     बन गयी है विकराल कभी तो
M:-    कभी बन गयी करुणामयी माँ 
कोरस :-     कभी बन गयी करुणामयी माँ 
M:-    आँचल छाँव की तरुणामयी माँ 
कोरस :-     आँचल छाँव की तरुणामयी माँ 
M:-    सारे जगत में ममता लुटाती 
कोरस :-     सारे जगत में ममता लुटाती 
M:-    करती कष्ट निदान 

    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
                 18.
M:-    योग माया तो कही महामाया 
कोरस :-     योग माया तो कही महामाया 
M:-    माँ शीतल आँचल की छाया 
कोरस :-     माँ शीतल आँचल की छाया 
M:-    विंध्याचल की विंध्यवासिनी
कोरस :-     विंध्याचल की विंध्यवासिनी
M:-    माँ दुर्गा भव सिंधु नाशिनी
कोरस :-     माँ दुर्गा भव सिंधु नाशिनी
M:-    विंध्याचल में शक्तिपीठ है 
कोरस :-     विंध्याचल में शक्तिपीठ है 
M:-    कष्ट हरण की मुक्ति पीठ है 
कोरस :-     कष्ट हरण की मुक्ति पीठ है 
M:-    सबके कष्ट निवारण करती 
कोरस :-     सबके कष्ट निवारण करती 
M:-    पल में दुखो का हारण करती 
कोरस :-     पल में दुखो का हारण करती 
M:-    पुरे विग्रह से होते दर्शन 
कोरस :-     पुरे विग्रह से  होते दर्शन 
M:-    पावन हो जाता है तन मन 
कोरस :-     पावन हो जाता है तन मन 
M:-    परा शक्ति माँ अष्ट भवानी 
कोरस :-     परा शक्ति माँ अष्ट भवानी 
M:-    जलती जोत सदा नूरानी 
कोरस :-     जलती जोत सदा नूरानी 
M:-    विंध्याचल पर्वत की शान है 
कोरस :-     विंध्याचल पर्वत की शान है 
M:-    दिन हिन् दुखियो की आन है 
कोरस :-     दिन हिन् दुखियो की आन है 
M:-    रोते हुए चेहरों पे यहाँ 
कोरस :-     रोते हुए चेहरों पे यहाँ 
M-    आ जाती है मुस्कान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
              19.
M:-    आओ चले नंद गाँव चले अब 
कोरस :-     आओ चले नंद गाँव चले अब 
M:-    तट वट वाली छाँव चले अब 
कोरस :-     तट वट वाली छाँव चले अब 
M:-    कृष्ण बने गोवर्धन धारी 
कोरस :-     कृष्ण बने गोवर्धन धारी 
M:-    मारा कंस है कुब्जा तारी 
कोरस :-     मारा कंस है कुब्जा तारी 
M:-    काली दाह के नाग नचैया 
कोरस :-     काली दाह के नाग नचैया 
M:-    छाछ पे नाचे ता ता थइया
कोरस :-     छाछ पे नाचे ता ता थइया
M:-    जाके घर में लाखो गईया 
कोरस :-     जाके घर में लाखो गईया 
M:-    नाम पड़ा दधि दूध चुरैया
कोरस :-     नाम पड़ा दधि दूध चुरैया
M:-    पूतना मार बकासुर मारा 
कोरस :-     पूतना मार बकासुर मारा 
M:-    ऊँगली पे गिरिराज को  धारा
कोरस :-     ऊँगली पे गिरिराज को  धारा
M:-    वृन्दावन में रास रचाये 
कोरस :-     वृन्दावन में रास रचाये 
M:-    बांके बिहारी नाम सुहाये
कोरस :-     बांके बिहारी नाम सुहाये
M:-    राधा रुक्मणि मीरा बाई
कोरस :-     राधा रुक्मणि मीरा बाई
M:-    तीनो के अंग संग कन्हाही 
कोरस :-     तीनो के अंग संग कन्हाही 
M:-    पावन धन्य बिरज की भूमि 
कोरस :-     पावन धन्य बिरज की भूमि 
M:-    धन्य बिरज स्थान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
              20.
M:-    कलियुग में विंध्याचल दर्शन 
कोरस :-    कलियुग में विंध्याचल दर्शन 
M:-    मन काया हो जाए कंचन 
कोरस :-     मन काया हो जाए कंचन 
M:-    मिर्जापुर में विंध्यांचल है 
कोरस :-    मिर्जापुर में विंध्यांचल है 
M:-    विंध्यवासिनी नाम अटल है
कोरस :-     विंध्यवासिनी नाम अटल है
M:-    वैतरणी माँ यमुना गंगा 
कोरस :-     वैतरणी माँ यमुना गंगा 
M:-    मार के डूबगी हो मन चंगा 
कोरस :-     मार के डूबगी हो मन चंगा 
M:-    काशी धाम बनारस में है 
कोरस :-     काशी धाम बनारस में है 
M:-    जहाँ पे गंगा नस नस में है 
कोरस :-     जहाँ पे गंगा नस नस में है 
M:-    गंगा यमुना सरस्वती जी
कोरस :-     गंगा यमुना सरस्वती जी
M:-    इलाहबाद में जहाँ है मिलती 
कोरस :-     इलाहबाद में जहाँ है मिलती
M:-    यहाँ से ज्यादा दूर नहीं है
कोरस :-     यहाँ से ज्यादा दूर नहीं है
M:-    विंध्याचल कुछ दूर नहीं है
कोरस :-     विंध्याचल कुछ दूर नहीं है
M:-    दिशा यहाँ से उत्तर जाओ 
कोरस :-     दिशा यहाँ से उत्तर जाओ 
M:-    राम लला के दर्शन पाओ 
कोरस :-     राम लला के दर्शन पाओ 
M:-    अवध पूरी नगरी है पावन 
कोरस :-     अवध पूरी नगरी है पावन 
M:-    जनम भूमि स्थान
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
             21.
M:-    अष्ट भुजी का भवन सुहावन 
कोरस :-     अष्ट भुजी का भवन सुहावन 
M:-    अति रमणीक मधुर अति पावन 
कोरस :-     अति रमणीक मधुर अति पावन 
M:-    जहाँ विराजे विंध्यवासिनी 
कोरस :-     जहाँ विराजे विंध्यवासिनी 
M:_    पाप लोभ क्षय दोष नाशिनी 
कोरस :-     पाप लोभ क्षय दोष नाशिनी 
M:-    भवन में बैठी     तरण तारिणी 
कोरस :-     भवन में बैठी तरण तारिणी 
M:-    शक्ति स्वरूपा सिंह वाहिनी 
कोरस :-     शक्ति स्वरूपा सिंह वाहिनी 
M:_    जय हो तेरी आदि भवानी 
कोरस :-     जय हो तेरी आदि भवानी
M:-    जय हो तेरी जग कल्याणी 
कोरस :-     जय हो तेरी जग कल्याणी 
M:-    रखना लाज सदा भक्तो की 
कोरस :-     रखना लाज सदा भक्तो की 
M:-    सुनना विनय साधु संतो की 
कोरस :-     सुनना विनय साधु संतो की 
M::-    मैं अनपढ़ अज्ञान हूँ माता 
कोरस :-     मैं अनपढ़ अज्ञान हूँ माता 
M:-    मंद बुद्धि नादान हूँ माता 
कोरस :-     मंद बुद्धि नादान हूँ माता 
M:-    अंत नहीं है कथा का तेरी 
कोरस :-     अंत नहीं है कथा का तेरी 
M:-    लिखू जो मैं क्या हिम्मत  मेरी 
कोरस :-     लिखू जो मैं क्या हिम्मत  मेरी 
M:-    मरते समय तक कलम रुके ना 
कोरस :-     मरते समय तक कलम रुके ना 
M:-    सुखदेव की रखना आन
    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया 
कोरस :-    विंध्यवासिनी तेरी जय हो 
    तेरी जय हो योग माया -२
लेखक :- सुखदेव निषाद

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