Current Date: 17 Nov, 2024

उज्जैन महाकालेश्वर की कथा

- Sanjo Baghel


F:-    उज्जैन के महाकाल को संजो बघेल का चरण वंदन एवं कोटि कोटि नमन 
    भक्तो उज्जैन में विराजे महाकालेश्वर के बारे  में कुछ चर्चा होती है यह 
    मध्य्प्रदेश राज्य के उज्जैन नगर में स्थित है शम्भु और दक्षमूर्ति होने से 
    महाकालेश्वर और महाकाल की पुण्यदायी विशेषता कुछ अलग है उज्जैन 
    धार्मिक तथा सांस्कृतिक नगरी है उज्जैन के प्राचीन नाम अवंतिका उज्जैनी 
    कनक श्रंगा अमरावती आदि है राजा विक्रमादित्य जी का एक समय यहाँ 
    शासन था आइये सुनते है और भी बाते -
    है रूप तेरा प्यारा और प्यारी तेरी आंखे 
    है रूप तेरा प्यारा और प्यारी तेरी आंखे 
    अपनी प्यारी आँखों से भक्तो को करे निहाल 
    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 

F:-    एक कथा के अनुसार दूषण नाम का एक दानव था जो ब्रम्हा जी से वर प्राप्त 
    करके बड़ा ही बलशाली हो गया था अवंतिका में उसका बहुत आतंक था एक 
    तपस्वी ब्राह्मण की तपस्या में बार बार बार बार बाधा पहुंचाता था तपस्वी ने 
    शिव की आराधना की शिव वह ओमकार सहज प्रकट हुए और एक हुंकार से 
    उस दानव को जलाकर राख कर दिया हुंकार प्रकट होने से शिव का नाम 
    महाकाल पड़ा इस परम पवित्र ज्योतिर्लिंग को महाकाल के नाम से जाना 
    जाता है शिव पुराण एवं स्कंदपुराण में इसका वर्णन विस्तार से है भक्तो सुनते 
    है दूसण की कुछ और भी बाते -
    था दानव् का आतंक बड़ा भर गया पाप का जब उसका घड़ा 
    था दानव् का आतंक बड़ा भर गया पाप का जब उसका घड़ा 
    फिर भोले शंकर परगट हुए कर दिया भसम उसे बिना छुए  
कोरस :-     फिर भोले शंकर परगट हुए कर दिया भसम उसे बिना छुए  
F:-    हुंकार भरे थे भोले दानव को रख बनाया 
    अपने लाखो भक्तो को पापी से मुक्त कराया 
    दूषण नाम के दानव का दूषण नाम के दानव का 
    आतंक दिया था निकाल 
    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 
कोरस :-    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 

F:-    यहाँ पर महाकाल शक्ति पीठ हर सिद्धि के रूप में मौजूद है ये हरसिद्धि राजा 
    विक्रमादित्य की कुलदेवी है प्राचीन काल से ही उज्जैनी में ताता लिंगो का गढ़ 
    रहा है अघोर और ताता लिंग के बड़ी संख्या में यहाँ साधनाकृत रहे है काल 
    यानी समय और उस काल के ऊपर जो शासन करता है वो है महाकाल 
    भक्तो पर करुणा की बरसात करने वाले महाकाल की जय हो सुनिये आगे -
    थी विक्रम जी की राजधानी कभी है राजा 
    यहाँ के महाकाल अभी थी विक्रम 
    जी की राजधानी कभी 
    है राजा यहाँ के महाकाल अभी 
    उज्जैन में भोले की सत्ता 
    नहीं तेरे बिना हिलता पत्ता 
कोरस :-     उज्जैन में भोले की सत्ता 
    नहीं तेरे बिना हिलता पत्ता 
F:-    तुम्हे राजा जिसने माना 
    चरणों का हुआ दीवाना 
    भोले की उस पर छाया 
    हुआ जीवन उसका सुहाना 
    तेरी नजर से भोले बाबा 
    तेरी नजर से भोले बाबा 
    ये नगरी खुशहाल 
    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 
कोरस :-    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 

F:-    भक्तो महाकाल की आरती का समापन प्रचंड अग्नि शंख डमरू के जोरदार 
    ध्वनि के साथ किया जाता है प्रातः काल भस्म आरती के साथ सात बजे दही 
    और चावल का भोग दोपहर दस बजे भोग आरती शाम 5  बजे पूजन श्रृंगार 
    किया जाता है उसके बाद जल चढ़ना बंद हो जाता है संध्या समय आरती के 
    समय ढोल नगाड़ो से महाकाल का वंदन संध्या आरती को मृदंग आरती कहा 
    जाता है भगवान महाकाल के इस मंदिर में रात्रि में कोई नहीं रुकता महाकाल 
    की इतनी आरती होती है एक दिन में सुनियेगा -
    होती है आरती छह बार तेरी 
    मंदिर में गूंजे जयकार तेरी 
    होती है आरती छह बार तेरी 
    मंदिर में गूंजे जयकार तेरी 
    चढ़े भस्म विधि विधान से 
    पूजा होती सम्म्मान से 
कोरस :-     चढ़े भस्म विधि विधान से 
    पूजा होती सम्म्मान से 
F:-    तेरी पहली आरती होती 
    चार बजे भूंसार 
    जब पूजा तुमरी होये 
    बजते है शंख नगाड़े 
    भक्त तुम्हे छह बार सुनाते 
    भक्त तुम्हे छह बार सुनाते 
    है डमरू की ताल 
    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 
कोरस :-    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 

F:-    उज्जैन में जो महाकाल है पुरे संसार में एक ऐसा शिवलिंग है जो दक्षिणविध है 
    दक्षिण दिशा काल की जिसको अपने बस में कर रखा है महाकाल के बायीं 
    और गणेश विराजमान है दायी और त्रिशूल के पीछे कार्तिकेय और दोनों के 
    मध्य में माता पारवती गर्भ ग्रह के ऊपर नंदी की प्रतिमा मौजूद है अपनी 
    अपनी प्रार्थना करने के बाद नंदी के कान में कहने का भी चलन है हजारो की 
    संख्या में भक्त रोज आते है महाकाल के दर्शन करने महाकाल के भक्तो की 
    कभी अकाल मौत नहीं होती आगे सुनिये -
    महाकाल को जो भी दिल से भजे 
    संकट में भी वो करता मजे 
    महाकाल को जो भी दिल से भजे 
    संकट में भी वो करता मजे 
    गर्दिश में भी नहीं घबराते 
    महादेव से वो हिम्मत पाते 
कोरस :-     गर्दिश में भी नहीं घबराते 
    महादेव से वो हिम्मत पाते 
F:-    भोले हर संकट टाले
    भक्तो को रखे सवाले 
    भोले हर संकट टाले
    भक्तो को रखे सवाले 
    तू सुनले बात निरंजन 
    महाकाल की दया से संजो 
    मरे ना कोई अकाल 
    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 
कोरस :-    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 

F:-    है रूप तेरा प्यारा और प्यारी तेरी आंखे 
    है रूप तेरा प्यारा और प्यारी तेरी आंखे 
    अपनी प्यारी आँखों से भक्तो को करे निहाल 
    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 
कोरस :-     उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल 
    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल
    उज्जैन के तुम महाराजा है नाम तेरा महाकाल

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