M:- तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे हाँ तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे
जैसे लंका जली जला मै भी एक दिन तुम जलाये जाओगे
हाँ तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे हो तुम मुझे यूँ
M:- मैंने सीता हरी हरी के के लिए राक्षस की कुल की बेहतरी के लिए
मैंने सीता हरी हरी के के लिए राक्षस की कुल की बेहतरी के लिए
मैंने प्रभु को रुलाया वन वन में तुम हरी को रुला ना पाओगे
हाँ तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे हो तुम मुझे यूँ
M:- आज रावण से राम डरते है आज लक्ष्मण भी सीता हरते है
आज रावण से राम डरते है आज लक्ष्मण भी सीता हरते है
छीन ने हक आज भरत भाई शत्रुता शत्रुधन में पाओगे
हाँ तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे हो तुम मुझे यूँ
M:- सीता हारना तो एक बहाना था मैंने दर्शन प्रभु का पाना था
सीता हारना तो एक बहाना था मैंने दर्शन प्रभु का पाना था
मैंने चल के जलकर भी नाम अपना किया बेधड़क तुम जलाये जाओगे
हो तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे हो तुम मुझे यूँ
जैसे लंका जली जला मै भी एक दिन तुम जलाये जाओगे
हाँ तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे हो तुम मुझे यूँ
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