M:- हो सेवक तुम सम राम को नाही
तुम हनुमान राम परछाई
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो राम चरण तुम शोभित होते
तुम ही सदा सुशोभित होते
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो चले तुम्हारा अवध में शासन
तुम से ही है हर अनुशासन
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो राजा तुम हनुमान गढ़ी के
जिसकी है पहचान तुम्ही से
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो नाम तुम्हारा जो कोई ध्याये
रोग दोष ना पास में आये
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो हर युग में प्रताप तुम्हारा
तुम संग जिसके ना वो हारा
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो पुत्र समान ही मानही सीता
सरल ह्रदय तुम सरल विनीता
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो तुम ही हो श्री राम के प्यारे
बसहि राम सदा ह्रदय तुम्हारे
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो शांत ह्रदय विकराल शरीरा
निर्बल के हो तुम बलबीरा
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो अतुलित बजनी गदा तुम्हारी
शोभित मुष्टि सदा तुम्हारी
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो जय हनुमान तुम ही बड़ भागी
राम नाम के तुम अनुरागी
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो वज्र देह अरु कंदन काया
हृदय में श्री हरी नाम समाया
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
M:- हो जानकी नंदन पवन कुमारा
नाम अनेक अनेक तुम्हारा
कोरस:- जय हनुमान जय जय पवन कुमार
तुम संकट के टालन हार -२
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