Current Date: 22 Nov, 2024

तुम हनुमान राम परछाई

- Traditional


M:-        हो सेवक तुम सम राम को नाही 
तुम हनुमान राम परछाई 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो राम चरण तुम शोभित होते 
तुम ही सदा सुशोभित होते 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो चले तुम्हारा अवध में शासन 
तुम से ही है हर अनुशासन 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो राजा तुम हनुमान गढ़ी के 
जिसकी है पहचान तुम्ही से 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो नाम तुम्हारा जो कोई ध्याये 
रोग दोष ना पास में आये 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो हर युग में प्रताप तुम्हारा 
तुम संग जिसके ना वो हारा 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो पुत्र समान ही मानही सीता 
सरल ह्रदय तुम सरल विनीता 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो तुम ही हो श्री राम के प्यारे 
बसहि राम सदा ह्रदय तुम्हारे 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो शांत ह्रदय विकराल शरीरा 
निर्बल के हो तुम बलबीरा 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो अतुलित बजनी गदा तुम्हारी 
शोभित मुष्टि सदा तुम्हारी 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो जय हनुमान तुम ही बड़ भागी 
राम नाम के तुम अनुरागी 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो वज्र देह अरु कंदन काया
हृदय में श्री हरी नाम समाया 
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

M:-        हो जानकी नंदन पवन कुमारा 
नाम अनेक अनेक तुम्हारा
कोरस:-     जय हनुमान जय जय पवन कुमार 
तुम संकट के टालन हार -२

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