Current Date: 20 Nov, 2024

तुलसीदास जी गुण तेरे गायें

- रामावतार शर्मा


चित्रकूट के तीर पे भई संतन की भीड़ राम मेरे आ जाओ
तुलसीदास जी गुण तेरे गायें आके बंधाओ धीर
राम मेरे आ जाओ

तेरे लिए रामजी चंदन घींसा है चंदन घींसा है
आ के लगाओ माथ माथ सब भगतन के साथ
राम मेरे आ जाओ
चित्रकूट के तीर पे भई संतन की भीड़
राम मेरे आ जाओ
तुलसीदास जी गुण तेरे गायें आके बंधाओ धीर
राम मेरे आ जाओ

लखन सिया को प्रभु भूल ना जाना भूल ना जाना
संग लावो हनूवीर वीर जी भक्त बड़े हैं अधीर
राम मेरे आ जाओ

चित्रकूट के तीर पे भई संतन की भीड़
राम मेरे आ जाओ
तुलसीदास जी गुण तेरे गायें
आके बंधाओ धीर राम मेरे आ जाओ

आके मन्दाकिनी गंगा में नहाओ गंगा में नहाओ
पावन पावंन नीर नीर में शीतल करो शरीर
राम मेरे आ जाओ

चित्रकूट के तीर पे भई संतन की भीड़
राम मेरे आ जाओ
तुलसीदास जी गुण तेरे गायें
आके बंधाओ धीर राम मेरे आ जाओ,

मीठे मीठे कंदमूल चुन चुन लाये चुन चुन लाये
भोर बनायी खीर खीर भोग लगाओ मेरे रघुवीर
राम मेरे आ जाओ

चित्रकूट के तीर पे भई संतन की भीड़
राम मेरे आ जाओ
तुलसीदास जी गुण तेरे गायें,
आके बंधाओ धीर राम मेरे आ जाओ

तक तक राहें थक गयी अखियां थक गयी अंखिया
आके मिटाओ पीर पीर की बिगड़ी बनाओ तकदीर
राम मेरे आ जाओ

चित्रकूट के तीर पे भई संतन की भीड़
राम मेरे आ जाओ
तुलसीदास जी गुण तेरे गायें
आके बंधाओ धीर राम मेरे आ जाओ

चित्रकूट के तीर पे भई संतन की भीड़
राम मेरे आ जाओ
तुलसीदास चन्दन घींसे और तिलक करे रघुवीर
आके बंधाओ धीर राम मेरे आ जाओ

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।