तु वरदानी तु कल्याणी
तू वरदानी तू कल्याणी तू वरदानी तू कल्याणी,
करो कल्याण जगदम्बे,
लगा के प्यार आये हाँ,
करो साडा ध्यान जगदम्बे,
तू वरदानी तू कल्याणी.....
तेरे दर्र के सिवा कोई ठिकाना होर न मेरा,
मैं लढ़ फ्ढ़ेया ऐ माँ तेरा,
रखीं साडा मान जगदम्बे,
तू वरदानी तू कल्याणी.....
तेरे वरगा ना कोई माँ,
मेरे वरगे करोड़ा ने,
( सुण फरियाद पीरां देया पीरा ..ते मैं फ़ोल सुणावां तेनु,
मेरे ज्यीयाँ लख-करोड़ा...तेरे ज्या ना " मैं "
मैं विच एभ-गुनाह न हुँदै, ते तू बख्शेंदा केनु )
तेरे वरगा ना कोई माँ,
मेरे वरगे करोड़ा ने,
सुखी दरबार है तेरा निराली शान जगदम्बे,
तू वरदानी तू कल्याणी.....
तेरे चरणां दी झांजर माँ,
मेरी तकदीर बन जाये,
मैं दर् दी ख़ाक हो जावां ,
मेरा अरमान जगदम्बे,
तू वरदानी तू कल्याणी.....
कई मंगते ने बैठे माँ तेरे दरबार दे अगे,
नसीबां नाल मिलदा ऐ,
तेरा वरदान जगदम्बे,
तू वरदानी तू कल्याणी.....
तेरी ज्योति तो ले ज्योति,
जगाई ज्योत है मैया,
मैं दिल दी भेंट ले आया,
करीं परवान जगदम्बे,
तू वरदानी तू कल्याणी.....
तू वरदानी तू कल्याणी तू वरदानी तू कल्याणी,
करो कल्याण जगदम्बे,
करो कल्याण जगदम्बे,
करो कल्याण जगदम्बे,
जय जय माँ.....
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