तू ही मेरा माझी,
तू ही पतवार है,
तू ही मेरी नैया,
तू ही मजधार है,
तू ही मेरी नैया,
तू ही मजधार है।।
तर्ज – तुम्ही मेरे मंदिर।
तू ही मेरे दर्द की,
दवा है प्यारे,
मेरी हर सांस बाबा,
नाम तुम्हारे,
तुझ बिन बाबा,
कौन है हमारे,
तू ही मेरी नैया,
तू ही मजधार है।।
बचपन से दुखो ने,
पैर है पसारे,
देखे ना एक पल भी,
सुख के नज़ारे,
चुपचाप बैठे क्यों,
होके किनारे,
तू ही मेरी नैया,
तू ही मजधार है।।
तेरा मेरा रिश्ता है,
सदियों पुराना,
तेरे सहारे अब तो,
जीवन बिताना,
‘चहल’ दीवाने का,
तू ही एक यार है,
तू ही मेरी नैया,
तू ही मजधार है।।
तू ही मेरा माझी,
तू ही पतवार है,
तू ही मेरी नैया,
तू ही मजधार है,
तू ही मेरी नैया,
तू ही मजधार है।।
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।