तेरे शरण हम आ गए बाबा कृपा करो
भटके हुए राही थे हम अब तो दया करो
तेरे शरण हम आ गए बाबा कृपा करो
भटके हुए राही थे हम अब तो दया करो
तेरे शरण हम आ गए........................
तेरी नजर पड़ी तो हम आये है द्वार पर
किस्मत सवार दो प्रभु कर दो जरा मैहर
हम आपके चरणों में है संकट सभी हरो
भटके हुए राही थे हम अब तो दया करो
तेरे शरण हम आ गए बाबा कृपा करो
बादल गमो के छाये है कितनी है मजबूरिया
जीवन बड़ा कठिन हुआ ऐसी दुश्वारियां
हाथो को एक बार ही हमारे सर धरो
भटके हुए राही थे हम अब तो दया करो
तेरी शरण हम आ गए ...............
जिसपे हुआ करम तेरा वो खुश नसीब है
जिसको तू चाहे प्रभु वो तेरे करीब है
जो खाने के अंतर में भी भक्ति का रस भरो
भटके हुए राही थे हम अब तो दया करो
तेरी शरण हम आ गए ...............
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