Current Date: 19 Nov, 2024

तेरी रश्मि किरनो से

- CHETNA SHUKLA


F :-     तेरी रश्मि किरणों से दूर होते अंधकार 
    जगमग जगमग चमकाते तुम सारा संसार 
कोरस :-     आआ आआआ आआआआ

F :-     है गगन रत्न है नित्यानंद है असुरारी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी-2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
F :-     है गगन रत्न है नित्यानंद है असुरारी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
   
F:-      माता अदिति हो बलहारी 
    देखके सूरत प्यारी प्यारी 
    महर्षि कश्यप खूब हर्षाये 
    उनके कुल में तुम जो आये 
    देखि जिसने भी तेरी छवि उसने ही हे प्रशंसा की -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
F:-     तुम भानु भास्कर कहलाते 
    श्वेत अश्वो के रथ पर आते 
    दूर करो तुम ही अँधियारा 
    और करो जग में उजियारा 
    तुम को देके अरक करते है नमन सब नर नारी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                                   
F:-     तुम त्रिभुवन के हो संचारक 
    तुम सा कोई और न शाशक 
    तुम आदि हो तुम हो अनंता 
    तुमसे जगमग जग है चमकता 
    तेरे कारण ही धरती हो जाती ये हरीभरी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                                 
F:-     तुम ही समय की सुचना देते 
    सब ऋतुओ को तुम है बदलते
    तुम ही पकाते सब फसलों को 
    तुम रसदार बनाते फलो को 
    तेरी कृपा ना हो तो बंजर हो जाए धरती -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                              
F:-     भोर भये जब तुम आ जाते 
    जल की धरा भक्त है बहाते 
    नत मस्तक हो शीश नवाये 
    लाभ तेरी किरणों का उठाये 
    तेरी किरणों से बढ़ जाती है चक्षु की ज्योति -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                         
F:-     तुम भंडार गुणों का भास्कर 
    तेरी रश्मि किरणे हितकर 
    रोग और पीड़ा को तुम हरते
    प्रणियो पे उपकार हो करते 
    क्यों ना आभारी हो इस दुनिया का हर एक प्राणी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                                
F :-     तेजस तुम जग पालन हारे 
    तुम पे आश्रित प्राणी सारे 
    बाट निहारे तेरी सब जन 
    तुम से ही है ये जन जीवन 
    तेरे कारण ही आती है तन में चुस्ती और फुर्ती -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                        
F :-     जन मानस कहते है सारे 
    दीप्त मूर्ति तुम लगते प्यारे 
    तेरे दर्शन के अभिलाषी 
    दर्शन की करते है विनती 
    इनकी इच्छा को पुरा कर भी दो है करुणामयी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी-2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                                     
F:-     है एकाकिन हे गुणात्मक
    है इन्द्रभानु है सूर्य भगवन 
    धरती गगन के तुम हो स्वामी 
    तुम दातार हो तुम हो दानी 
    तेरी स्तुति हे करते देवता गण और ऋषि मुनि -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
     
F:-    तुम से धरती पर हरियाली 
    तुम भरते भंडार हो खाली
    तुम कहलाते हो अन्नदाता 
    क्यों न करे जग तेरी पूजा 
    तेरे आभारी है सारे ही जीवित प्राणी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                             
F:-    सूर्यदेव भानु भास्कर 
    रूप है अनुपम तेरा सुन्दर 
    देख हर कोई हर्षाता है 
    सब को जिस पर प्यार आता है 
    तेरे भक्तो को भाती लालिमा तेरे मुखड़े की -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                                         
F:-    तेरी किरणे है गुणकारी 
    बात ये माने दुनिया सारी
    इनका ताप दे तन को शक्ति 
    इनका ताप दे रोग से मुक्ति 
    तेरी हर एक किरण है प्राणियों के लिए संजीवनी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                         
F:-     तेरा पूजन तेरा अर्चन 
    नित्य करेगी जो भी सुहागन 
    आशाओ  का फूल खिलेगा 
    सुख संतान का उसको मिलेगा 
    तेरे पूजन से बगीचा होगी उसकी गोद भी हरी भरी -2 
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                   
F:-    माँ अदिति के आंख के तारे 
    भक्त खड़े है द्वार तिहारे
    सेवक है ये तेरे भगवन 
    इनकी आशा करना पूरन
    इनकी हर एक इच्छा कर देना भगवन पूरी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                            
F:-    दर पर तेरे जो आये है 
    ये सब तेरे ही याचक है 
    तुझसे इनकी आस बंधी है 
    तुझसे लगन सबकी लगी है 
    इनका विश्वास है तुम भर दोगे इनकी झोली -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                   
F:-    जो ना सुनोगे विपदा इनकी 
    कौन सुनेगा सोचो रविजी 
    तुम हो इनके भाग्य विधाता 
    तुम सारे जग के हो दाता
    अब तो कर भी दो भगवन इन सारे भक्तो की  भली -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                  
F:-    ये सब तेरा ध्यान  है धरते
    तेरा ये गुणगान है करते 
    तेरे द्वार पे जब ये आते 
    नत मस्तक हो शीश नवाते 
    करके सेवा तुम्हारी मिलती है मन को शांति -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                             
F:-     ना मांगे ये सोना चांदी
    ना मांगे ये हिरा मोती 
    इनकी इच्छा है बस इतनी 
    कष्ट से इनको मिल जाए मुक्ति 
    तुम जो चाहो प्रभु तो बात बने बिगड़ी इनकी -2 
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
    
F:-     इनको वर तुम ऐसा देना 
    दुखड़े इनके सब हर लेना 
    सर पे रखना हाथ दया का 
    ताकि हो उद्धार इन सबका 
    तेरी सेवा करेंगे आजीवन ये भक्त सभी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी
                 आआ आआआ आआआआ
                              
F :-     तेरी दया का बजता है डंका
    चलता है जग में तेरा सिक्का 
    तेरा आदर मान करे सब 
    तुझपे निछावर प्राण करे सब 
    दिव्य मुखमंडल तेरा देख के झुक जाते है सभी -2
    तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी -2
कोरस :-     तेरी ज्योत से उज्जवल हो गयी ये दुनिया सारी

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