Current Date: 20 Nov, 2024

सुनले ओ मेरी मैया

- सौरभ मधुकर।


सुनले ओ मेरी मैया,
मुझे तेरा ही सहारा,
तेरा ही सहारा मुझे,
तेरा ही सहारा।।

तर्ज – सारी दुनिया प्यारी पर तू है।


दूर दूर तक ओ मेरी मैया,
सूझे नहीं किनारा,
एक बार आ जाओ मैया,
मैंने तुम्हे पुकारा,
तुम बिन कौन हमारा,
माँ तुम बिन कौन हमारा,
तेरा ही सहारा मुझे,
तेरा ही सहारा।।


नैया हमारी ओ मेरी मैया,
अब है तेरे भरोसे,
खेते खेते हार गया हूँ,
डरता हूँ लहरों से,
घिर गए काले बादल,
और छाया है अँधियारा,
तेरा ही सहारा मुझे,
तेरा ही सहारा।।


अंधियारी रातों में मैया,
बिजली कढ़ कढ़ कढ़के,
डूब ना जाए नैया मेरी,
दिल मेरा ये धडके,
‘श्याम’ को भी तारो,
लाखों को तुमने तारा,
तेरा ही सहारा मुझे,
तेरा ही सहारा।।


सुनले ओ मेरी मैया,
मुझे तेरा ही सहारा,
तेरा ही सहारा मुझे,
तेरा ही सहारा।।

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