Current Date: 17 Nov, 2024

सुख के सब साथी

- Sonu Nigam


सुख के सब साथी दुखमें न कोई
मेरे राम, मेरे राम
तेरा नाम है साचा दूजा न कोई

जीवन आनी जानी छाया
झूठी माया झूठी काया
फिर काहे को सारी उमरिया 
पापकी गठरी ढोई

ना कुछ तेरा ना कुछ मेरा
ये जग जोगीवाला फेरा
राजा हो या रंक सभीका
अंत एकसा होई

बाहरकी तू माटी फांके
मनके भीतर क्यूं न झांके
उजले तनपर मान किया और
         मनकी मैल न धोई

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