M:- जय राम सदा सुखधाम हरे। रघुनायक सायक चाप धरे।।
कोरस :- जय राम सदा सुखधाम हरे। रघुनायक सायक चाप धरे।।
M:- भव बारन दारन सिंह प्रभो। गुन सागर नागर नाथ बिभो।।
कोरस :- भव बारन दारन सिंह प्रभो। गुन सागर नागर नाथ बिभो।।
M:- तन काम अनेक अनूप छबी।
कोरस :- तन काम अनेक अनूप छबी।
M:- गुन गावत सिद्ध मुनींद्र कबी।।
कोरस :- गुन गावत सिद्ध मुनींद्र कबी।।
M:- जसु पावन रावन नाग महा।
कोरस :- जसु पावन रावन नाग महा।
M:- खगनाथ जथा करि कोप गहा।।
कोरस :- खगनाथ जथा करि कोप गहा।।
M:- जन रंजन भंजन सोक भयं।
कोरस :- जन रंजन भंजन सोक भयं।
M:- गतक्रोध सदा प्रभु बोधमयं।।
कोरस :- गतक्रोध सदा प्रभु बोधमयं।।
M:- अवतार उदार अपार गुनं। महि भार बिभंजन ग्यानघनं।।
M:- अज ब्यापकमेकमनादि सदा।
कोरस :- अज ब्यापकमेकमनादि सदा।
M:- करुनाकर राम नमामि मुदा।।
कोरस :- करुनाकर राम नमामि मुदा।।
M:- रघुबंस बिभूषन दूषन हा।
कोरस :- रघुबंस बिभूषन दूषन हा।
M:- कृत भूप बिभीषन दीन रहा।।
कोरस :- कृत भूप बिभीषन दीन रहा।।
M:- कृत भूप बिभीषन दीन रहा।।
गुन ग्यान निधान अमान अजं।
कोरस :- गुन ग्यान निधान अमान अजं।
M:- नित राम नमामि बिभुं बिरजं।।
कोरस :- नित राम नमामि बिभुं बिरजं।।
M:- भुजदंड प्रचंड प्रताप बलं। खल बृंद निकंद महा कुसलं।।
कोरस :- भुजदंड प्रचंड प्रताप बलं। खल बृंद निकंद महा कुसलं।।
M:- जय हो ...................................................
M:- बिनु कारन दीन दयाल हितं।
कोरस :- बिनु कारन दीन दयाल हितं।
M:- छबि धाम नमामि रमा सहितं।।
कोरस :- छबि धाम नमामि रमा सहितं।।
M:- भव तारन कारन काज परं।
कोरस :- भव तारन कारन काज परं।
M:- मन संभव दारुन दोष हरं।।
कोरस :- मन संभव दारुन दोष हरं।।
M:- सर चाप मनोहर त्रोन धरं। जरजारुन लोचन भूपबरं।।
कोरस :- सर चाप मनोहर त्रोन धरं। जरजारुन लोचन भूपबरं।।
M:- सुख मंदिर सुंदर श्रीरमनं।
कोरस :- सुख मंदिर सुंदर श्रीरमनं।
M:- मद मार मुधा ममता समनं।।
कोरस :- मद मार मुधा ममता समनं।।
M:- अनवद्य अखंड न गोचर गो। सबरूप सदा सब होइ न गो।।
कोरस :- अनवद्य अखंड न गोचर गो। सबरूप सदा सब होइ न गो।।
M:- इति बेद बदंति न दंतकथा।
कोरस :- इति बेद बदंति न दंतकथा।
M:- रबि आतप भिन्नमभिन्न जथा।।
कोरस :- रबि आतप भिन्नमभिन्न जथा।।
M:- कृतकृत्य बिभो सब बानर ए।निरखंति तवानन सादर ए।।
कोरस :- कृतकृत्य बिभो सब बानर ए।निरखंति तवानन सादर ए।।
M:- धिग जीवन देव सरीर हरे। तव भक्ति बिना भव भूलि परे।।
कोरस :- तव भक्ति बिना भव भूलि परे।।
M:- अब दीन दयाल दया करिऐ। मति मोरि बिभेदकरी हरिऐ।।
कोरस :- मति मोरि बिभेदकरी हरिऐ।।
M:- जेहि ते बिपरीत क्रिया करिऐ। दुख सो सुख मानि सुखी चरिऐ।।
कोरस :- जेहि ते बिपरीत क्रिया करिऐ। दुख सो सुख मानि सुखी चरिऐ।।
M:- खल खंडन मंडन रम्य छमा।
कोरस :- खल खंडन मंडन रम्य छमा।
M:- पद पंकज सेवित संभु उमा।।
कोरस :- पद पंकज सेवित संभु उमा।।
M:- नृप नायक दे बरदानमिदं। चरनांबुज प्रेम सदा सुभदं।।
कोरस :- नृप नायक दे बरदानमिदं। चरनांबुज प्रेम सदा सुभदं।।
M:- जय राम सदा सुखधाम हरे। रघुनायक सायक चाप धरे।।
जय राम सदा सुखधाम हरे। रघुनायक सायक चाप धरे।।
भव बारन दारन सिंह प्रभो। गुन सागर नागर नाथ बिभो।।
सीताराम सीताराम राधेश्याम राधेश्याम
सीताराम सीताराम राधेश्याम राधेश्याम
राजाराम राजाराम जय घनश्याम जय घश्याम
राजाराम राजाराम सीताराम सीताराम
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