Current Date: 25 Dec, 2024

श्री सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर तेलंगाना (Sri Sita Ramachandra Swamy Temple Telangana)

- The Lekh


श्री सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर तेलंगाना

Sri Seetha Ramachandra Swamy Devasthanam | BHADRADRI KOTHAGUDEM DISTRICT |  India

श्री सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर, जिसे भद्राचलम मंदिर भी कहा जाता है, दक्षिण भारत में गोदावरी नदी के किनारे पर स्थित भगवान राम को समर्पित एक हिंदू मंदिर है। यह भारत के तेलंगाना राज्य के भद्राद्री कोठागुडम जिले के भद्राचलम नगर में है। हिंदू मान्यताओं में यह गोदावरी के दिव्यक्षेत्रों में से एक है और अपने महत्त्व के कारण इसे ‘दक्षिण अयोध्या भी कहा जाता है। यह पवित्र स्थान दुनिया भर से लाखों भक्तों को आकर्षित करता है।

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रावण ने यहां से किया था सीता का अपहरण

भद्राचलम से करीब 32 किलोमीटर दूर पर्णशाला नाम की एक जगह है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार भगवान राम ने अपने 14 वर्षों के वनवास का एक हिस्सा इसी जगह पर बिताया था और रावण ने इसी जगह से देवी सीता का अपहरण किया था। यहां आने वाले टूरिस्ट्स को रामायण काल से जुड़ी चीजें दिखाने के मकसद से पर्णशाला में देवी सीता के पैरों के निशान मौजूद हैं, स्वर्ण हिरण बनकर आए मारीछ की तस्वीर और भिक्षाटन के लिए संन्यासी बनकर आए रावण की भी तस्वीरें मौजूद हैं।
गोदावरी के किनारे बसा है भद्राचलम- गोदावरी नदी के किनारे बसे भद्राचलम शहर के श्री सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर में आमतौर पर हर दिन करीब 5 हजार श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसी मान्यता है कि अपने भक्त भद्र को आशीर्वाद देने के लिए खुद भगवान राम स्वर्ग से उतरकर नीचे आए थे। भगवान राम ने भद्र को आश्वासन दिया था कि वे इसी जगह पर अपने श्रद्धालुओं के बीच मौजूद रहेंगे। तभी से इस जगह का नाम भद्राचलम पड़ गया।

नजदीकी शहर

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से भद्राचलम की दूरी 312 किलोमीटर है, जबकि विजयवाड़ा से यहां की दूरी 182 किलोमीटर है। आप चाहें तो सड़क मार्ग से यहां आसानी से पहुंच सकते हैं। कब जाएं- अक्तूबर से मार्च के बीच का समय भद्राचलम जाने के लिए बेस्ट माना जाता है। हालांकि मार्च और अप्रैल का समय पीक सीजन होता है, क्योंकि राम नवमी के दौरान यहां देशभर से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसके अलावा बैकुंठ एकादशी और कार्तिक पूर्णिमा के दौरान भी भद्राचलम मंदिर में कई दिनों तक त्योहार मनाए जाते हैं।

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सेवा और पूजा

मंदिर सुबह 4.30 बजे 'प्रभातोत्सवम' के साथ खुलता है। रविवार के दिन अंतरालय अभिषेकम, सुवर्ण पुष्पा अष्टोत्तारा नामार्चन किया जाता है। 

उत्सव

चैत्र मास में श्री राम नवमी मंदिर के प्रमुख त्योहारों में से है। 
श्री सीता राम कल्याणम यानी भगवान राम के साथ सीता देवी का दिव्य विवाह समारोह हर साल इस मंदिर में किया जाता है और पूरे राज्य में इसका सीधा प्रसारण किया जाता है।
धनुर मास में वैकुंठ एकादशी एक और महत्वपूर्ण दिन मनाया जाता है।

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रोचक तथ्य

सीताराम कल्याणम के दौरान भक्त कल्याणम में भाग ले सकते हैं।

आस-पास के स्थान:

  • मंदिर से लगभग 37 किमी दूर पर्णशाला गोदावरी के तट पर एक झोपड़ी है। कहा जाता है कि रावण ने यहीं से सीता का हरण किया था।
  • श्री अभय हनुमान मंदिर मुख्य मंदिर से एक किमी दक्षिण में, हनुमान को समर्पित है।
  • पापिकोंडा: पापिकोंडा की प्राकृतिक सुंदरता काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। यहाँ, गोदावरी नदी संकुचित नजर आती है।

Sri Sita Ramachandra Swamy Temple Telangana

Sri Sita Ramachandra Swamy Temple, also known as the Bhadrachalam Temple, is a Hindu temple dedicated to Lord Rama, located on the banks of the Godavari River in South India. It is located in Bhadrachalam town of Bhadradri Kothagudem district in the Indian state of Telangana. In Hindu beliefs, it is one of the divine regions of Godavari and due to its importance it is also called 'Dakshina Ayodhya'. This holy place attracts lakhs of devotees from all over the world.

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Ravana abducted Sita from here

About 32 km from Bhadrachalam is a place called Parnashala. According to local beliefs, Lord Rama spent a part of his 14 years of exile at this place and Ravana abducted Goddess Sita from this place. For the purpose of showing the things related to the Ramayana period to the tourists coming here, the footprints of Goddess Sita are present in Parnashala, the picture of Maricha who came as a golden deer and the pictures of Ravana who came as a monk for alms are also present.
Bhadrachalam is situated on the banks of Godavari- The Sri Sita Ramachandra Swamy temple of Bhadrachalam city situated on the banks of river Godavari usually reaches around 5 thousand devotees every day. It is believed that Lord Rama himself came down from heaven to bless his devotee Bhadra. Lord Rama had assured Bhadra that he would be present among his devotees at this very place. Since then the place got its name as Bhadrachalam.

Nearest city

The distance from Hyderabad, the capital of Telangana, to Bhadrachalam is 312 km, while it is 182 km from Vijayawada. If you wish, you can easily reach here by road. When to go - October to March is considered the best time to visit Bhadrachalam. Although March and April are the peak season, as lakhs of devotees from all over the country reach here during Ram Navami. Apart from this, festivals are celebrated for several days in the Bhadrachalam temple during Baikuntha Ekadashi and Kartik Poornima.

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Service and worship

The temple opens with 'Prabhatotsavam' at 4.30 am. Antharalaya Abhishekam, Suvarna Pushpa Ashtottara Namarchan is performed on Sundays.

Celebration

Shri Ram Navami in the month of Chaitra is one of the major festivals of the temple.
Sri Sita Rama Kalyanam i.e. the divine wedding ceremony of Sita Devi with Lord Rama is performed in this temple every year and is telecasted live across the state.
Vaikuntha Ekadashi is another important day celebrated in Dhanur month.

Best Time To Visit: All year round (May is the hottest month)

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Interesting fact

Devotees can participate in Kalyanam during Sitarama Kalyanam.

Nearby Places:

  • About 37 km from the temple, Parnashala is a hut on the banks of the Godavari. It is said that Ravana abducted Sita from here.
  • Sri Abhay Hanuman Temple, one km south of the main temple, is dedicated to Hanuman.
  • Papikonda: The natural beauty of Papikonda is quite famous. Here, the river Godavari appears narrowed.

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