सिया राम लखन बनवास चले लिरिक्स हिंदी में (Siya Ram Lakhan Banwas Chale Lyrics in Hindi)
सिया राम लखन वनवास चले दसरथ के दर्द को क्या जाने
आस में सास अटकी थी टूट गई
पिता जी के दर्द को न पहचाने
नैना पथरा गए राहे तक के
मौत आकर खड़ी थी सिर हाने
सिया राम लखन वनवास चले दसरथ के दर्द को क्या जाने
अंतिम ईशा भी न पूरी हुई
कोश्याला लगी अनसु बहाने
कंधा भी नही दे अर्थी को
उलटे लगे संज को समजाने
सिया राम लखन वनवास चले दसरथ के दर्द को क्या जाने
सिया राम लखन वनवास चले दसरथ के दर्द को क्या जाने
सिया राम लखन बनवास चले लिरिक्स अंग्रेजी में (Siya Ram Lakhan Banwas Chale Lyrics in English)
siya ram lkhan vanavaas chale dasarth ke dard ko kya jaane
aas me saas ataki thi toot gee
pita ji ke dard ko n pahchaane
naina pthara ge raahe tak ke
maut aakar khadi thi sir haane
siya ram lkhan vanavaas chale dasarth ke dard ko kya jaane
antim eesha bhi n poori huee
koshyaala lagi anasu bahaane
kandha bhi nahi de arthi ko
ulate lage sanj ko samajaane
siya ram lkhan vanavaas chale dasarth ke dard ko kya jaane
siya ram lkhan vanavaas chale dasarth ke dard ko kya jaane
और मनमोहक भजन :-
- सालासर के मंदिर में भक्त बावरो नाचे रे
- जो राम नाम गुण गाएगा
- बजरंगबलि बजरंगबलि
- भोले शंकर के अवतारी बाबा बजरंग
- मन में बसे जिनके सिया राम
- राम जी करेंगे न तो श्याम जी करेंगे
- हनुमंत को देखो मौका मिल गया
- बाला जी के धाम पे
- काट दे बाबा रोग
- नाचे वीर हनुमान माँ के मंदिर में
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें एवं किसी भी प्रकार के सुझाव के लिए कमेंट करें।
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।