F:- श्याम थापे केसर छिड़का जी,
बाबा जी थापे केसर छिड़का जी,
बनड़ा सा लगो आज साँवरा,-2
थाने निरखा जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
1.
F:- काना कुण्डल सोहे थारे,
गल वैजन्ती हार,
नैन निगोड़ा, सेठ सँवारा,
थापे पे अटक्या जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
2.
F:- थाने बिठाकर लिलो चले,
तिरछी तिरछी चाल,
उछल उछल कर नाँचे मारे,
जोर का ठुमका जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
3.
F:- बाँकी अदा सूं थे इतरावो,
होठां पर मुस्कान,
रूप सलौने देख श्याम थारो,
सेवक भटक्या जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
4.
F:- हर्ष भगत थारा लाड लड़ावे,
छिड़के इतर फुहार,
सगळा मिलकर आज करां,
फुला की बरखाजी,
श्याम थापे केसर छिड़काजी।
5.
F:- बाबा जी थापे केसर छिड़का जी
बनड़ा सा लगो आज साँवरा,
थाने निरखा जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
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