Current Date: 22 Dec, 2024

श्याम से है अनजाने

- Kajal Sawariya


F:-        दो घड़ी कभी लो नाम तेरा दो घड़ी कभी लो नाम तेरा 
दुनिया मारे मुझे ताने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे  जो तुझसे हो अनजाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे   जो तुझसे हो अनजाने 
दो घड़ी कभी लो नाम तेरा दो घड़ी कभी लो नाम तेरा 
दुनिया मारे मुझे ताने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे जो तुझसे है अनजाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे  जो तुझसे है अनजाने 

F:-        मै सारा दिन तो काम करू दो घड़ी कभी तेरा ध्यान धरु 
मै सारा दिन तो काम करू दो घड़ी कभी तेरा ध्यान धरु 
ये ,किसी ना किसी बहाने से ये ,किसी ना किसी बहाने से 
आते है ध्यान भटकाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे जो तुझसे है अनजाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे  जो तुझसे है अनजाने 

F:-        श्याम हो श्याम हो श्याम 
ना रिश्ते नाते तोड़ सकू ना तुझको श्याम कभी छोड़ सकू 
ना रिश्ते नाते तोड़ सकू ना तुझको श्याम कभी छोड़ सकू 
मेरे मन की क्या कोई समझेगा हो हो मेरे मन की क्या कोई समझेगा
की तू ही श्याम बस जाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे जो तुझसे है अनजाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे  जो तुझसे है अनजाने 

F:-        कोई दुःख ना कभी भी आये इन्हे सब काटे चाहे मिल जाए मुझे 
कोई दुःख ना कभी भी आये इन्हे सब काटे चाहे मिल जाए मुझे 
यही श्याम तुझसे मांगू सदा यही श्याम तुझसे मांगू सदा 
ये मै जानू तू जाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे जो तुझसे है अनजाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे  जो तुझसे है अनजाने 

F:-        श्याम हो श्याम श्याम हो श्याम श्याम हो -2
मेरे सब्र का बाँध है टूट रहा तुमसे प्रभु रिश्ता छूट रहा 
मेरे सब्र का बाँध है टूट रहा तुमसे प्रभु रिश्ता छूट रहा 
तेरे दर पे कभी मै आ ना सकू हो हो तेरे दर पे कभी मै आ ना सकू
तू ही आना किसी बहाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे जो तुझसे है अनजाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे  जो तुझसे है अनजाने 
दो घड़ी कभी लो नाम तेरा दो घड़ी कभी लो नाम तेरा 
दुनिया मारे मुझे ताने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे जो तुझसे है अनजाने 
ये श्याम मुझे क्या समझेंगे  जो तुझसे है अनजाने 

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