M:- में खाटू में जाऊंगा -२, लेकर के एक निशान
सब विपदा संकट कटते जब शिखर चढ़े निशान
मेरा श्याम खुश हो जाता जब शिखर चढ़े निशान
में खाटू में जाऊंगा
तूने इतना दिया मेरे दाता कमी नहीं छोड़ी
सागर से भर दी गागर उम्मीद नहीं तोड़ी -२
निर्बल को दे के सहारा -२, काम किया अजब महान
में खाटू में जाऊंगा
तेरे दर पर आ कर जो भी दुखड़ा सुनाता है -२
सब चिंता और विपदा को वो भूल जाता है -२
मोहन ने ली जो परीक्षा -२, दे दिया था शीश दान
में खाटू में जाऊंगा
तूने धन्ना जाट के खेत में हल चलाया था -२
कर्मा के लगाय भोग खिचड़ी खाया था -२
आज संजय तुझे जिमावे -२, तू रखियो उसका मान
में खाटू में जाऊंगा
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