Current Date: 19 Nov, 2024

श्याम सावरिया राधा बावरिया

- Chetna Shukla


F:-     श्याम साँवरिया ,गए जो द्वारिका 
          लीनी,  न सुध कोई भेजी रे खबरिया, 
          तेरी , राधा बावरिया भयी राधा बावरिया 
कोरस:-    श्याम साँवरिया ....

F:-     सूना पड़ा पनघट गाँव रे 
          सूनी पड़ी कदम्ब की छाँव रे 
कोरस:-     सूना पड़ा पनघट गाँव रे 
           सूनी पड़ी कदम्ब की छाँव रे 
 F:-    बिना तेरे मोहन मझधार में 
           खाए हिचकोले मन की नाव रे
           सूझे  न कोई मोहे अब डगरिया  
          लीनी,  न सुध कोई भेजी रे खबरिया, भयी 
          राधा बावरिया तेरी राधा बावरिया 
कोरस :-    श्याम साँवरिया ....
F:-    आके  निर्मोही कभी पूछ ले  
             कैसाहै  किशोरी तेरा हाल रे  

कोरस -     आके  निर्मोही कभी पूछ ले  
                कैसा है  किशोरी कैसा तेरा हाल रे  
F:-       तके तेरी राह  ग्वाल बाल रे 
            रहे प्यासा सावन इस साल रे 
            रूठी चली जाए बरसे बिन बदरिया 
            लीनी,  न सुध कोई भेजी रे खबरिया, भयी 
            राधा बावरिया तेरी राधा बावरिया 
F:-      निधिवन की फीकी पड़ी शान रे
            गूंजे न अब बंसुरी की तान रे 
    कोरस-     निधिवन की फीकी पड़ी शान रे
            गूंजे न अब बंसुरी की तान रे 
     F-     कहे रोते असुवन की धार रे 
             हुआ तन मन  निष्प्राण रे 
             आजा लौट आ बिरज  नगरिया 
             लीनी,  न सुध कोई भेजी रे खबरिया, भयी 
             राधा बावरिया तेरी राधा बावरिया
 

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