Current Date: 18 Nov, 2024

श्याम को घोरलियो

- विवेक शर्मा


M:- श्याम को घोरलियो शृंगारएके हीरो चमके बाल

कोरस :-श्याम को घोरलियो शृंगारएके हीरो चमके बाल

M:-येका घुंघर वाला बाल श्याम म्हणे प्यारो लागे

कटी पर लटकी लट नागण सी बड़ो मन भावन लागे

कोरस :-श्याम को घोरलियो शृंगारएके हीरो चमके बाल

M:-येका घुंघर वाला बाल श्याम म्हणे प्यारो लागे

कटी पर लटकी लट नागण सी बड़ो मन भावन लागे

M:-श्याम का तीखा तीखा नैन ले गया म्हारे मन का चैन

कोरस :-श्याम का तीखा तीखा नैन ले गया म्हारे मन का चैन

M:-ओ नैनाण नैन मिला कर सैन ये कमान गारो लागे

कोरस :-कटी पर लटकी लट नागण सी बड़ो मन भावन लागे

M:-श्याम की मीठी सी मुस्कान वेणु करे मधुर रास पान

कोरस :-श्याम की मीठी सी मुस्कान वेणु करे मधुर रास पान

M:-छेड़े रस भर मीठी तान रसिक रसबानो लागे

कोरस :-कटी पर लटकी लट नागण सी बड़ो मन भावन लागे

M:-बागो पहरे घेर घुमेर जा मै असि कली रो गेर

कोरस :-बागो पहरे घेर घुमेर जा मै असि कली रो गेर

M:-अंतर छिड़के चारो उमेर सेठ धनवालो लागे

कोरस :-कटी पर लटकी लट नागण सी बड़ो मन भावन लागे

M:-सरिता जो भी आवे  हार देरी करे ना यो सरकार       

कोरस :-सरिता जो भी आवे  हार देरी करे ना यो सरकार         

M:-थामा खुद हाथो पतवार श्याम दिलवालो लागे

कोरस :-कटी पर लटकी लट नागण सी बड़ो मन भावन लागे

M:-      श्याम को घोरलियो शृंगारएके हीरो चमके बाल

कोरस :-श्याम को घोरलियो शृंगारएके हीरो चमके बाल

M:-      येका घुंघर वाला बाल श्याम म्हणे प्यारो लागे

कोरस :-कटी पर लटकी लट नागण सी बड़ो मन भावन लागे

M:-      येका घुंघर वाला बाल श्याम म्हणे प्यारो लागे

 

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