॥ श्याम थोड़ा आएगा ॥
M:- मेरे दर्द भरे जब रिन थी श्याम ने हाथ बढ़ाया
अंधियारी रातों में बाबा ने साथ निभाया
मेरे श्याम ने गले लगाया और अपना मुझे बनाया
मेरे सिर पे हाथ फिरा कर मेरा भी मान बढ़ाया
कोरस:- बुलाओ तो यह दौड़ा आता है
यह संकट को मिटाता है
M:- जब जब भी विपदा आई मेरा श्याम बना है सहाई
दुनिया वालों ने छोड़ा मेरे श्याम ने नाता जोड़ा
कोरस:- बुलाओ तो यह दौड़ा आता है
यह संकट को मिटाता है
M:- जग की आस नहीं है मेरा श्याम ही सच्चा साथी
नया भी ना डूबेगी जब श्याम है मेरा माझी
अब पार करेगा यही उद्धार करेगा यही
मेरी जीवन नैया को स्वीकार करेगा यही
बुलाओ तो यह दौड़ा आता है
यह संकट को मिटाता है
कोरस:- बुलाओ तो यह दौड़ा आता है
यह संकट को मिटाता है
M:- मेरे श्याम के दरबार में हारे को मिलता सहारा
यहां जो भी हार के आता वो लगता श्याम को प्यारा
तेरी मोर छड़ी का झाड़ा दे कष्टों से छुटकारा
रहे मौज यह सारा जीवन आराम से होता गुजारा
बुलाओ तो यह दौड़ा आता है
यह संकट को मिटाता है
कोरस:- बुलाओ तो यह दौड़ा आता है
यह संकट को मिटाता है
M:- हर ग्यारस में कीर्तन की गूंज बड़ी ही प्यारी
दुल्हन जैसी सजती नगरी श्याम तुम्हारी
भानु को खाटू बुलाया और सारा कष्ट मिटाया
विपिन ने भजन सुनाकर बाबा को खूब रिझाया
कोरस:- बुलाओ तो यह दौड़ा आता है
यह संकट को मिटाता है
बुलाओ तो यह दौड़ा आता है
यह संकट को मिटाता है
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