Current Date: 24 Dec, 2024

श्याम चूड़ी बेचने आया

- TRIPTI SHAYA


हो हो… ओ ओ
हो हो… ओ ओ

मनिहारी का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
(छलिया का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया)

झोली कंधे धरी
उस में चूड़ी भरी
(झोली कंधे धरी
उस में चूड़ी भरी)
झोली कंधे धरी
उस में चूड़ी भरी
गलिओं में शोर मचाया
श्याम चूड़ी बेचने आया

(छलिया का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया)

हो हो… ओ ओ
हो हो… ओ ओ

राधा ने सुनी, ललिता से कही
(राधा ने सुनी, ललिता से कही)
राधा ने सुनी, ललिता से कही
मोहन को तुरत बुलाया
श्याम चूड़ी बेचने आया

(छलिया का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया)

चूड़ी लाल नहीं पहनू
चूड़ी हरी नहीं पहनू
(चूड़ी लाल नहीं पहनू
चूड़ी हरी नहीं पहनू )
हाँ चूड़ी लाल नहीं पहनू
चूड़ी हरी नहीं पहनू
मुझे श्याम रंग है भाया
श्याम चूड़ी बेचने आया

(छलिया का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया)

हो हो… ओ ओ
हो हो… ओ ओ

राधा पहनन लगी
श्याम पहनाने लगे
(राधा पहनन लगी
श्याम पहनाने लगे)
राधा पहनन लगी
श्याम पहनाने लगे
राधा ने हाथ बढाया
श्याम चूड़ी बेचने आया

(छलिया का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया)

राध कहने लगी
तुम हो छलिया बड़े
(राध कहने लगी
तुम हो छलिया बड़े)
राध कहने लगी
तुम हो छलिया बड़े
धीरे से हाथ दबाया
श्याम चूड़ी बेचने आया

(छलिया का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया)

मनिहारी का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया

(छलिया का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
मनिहारी का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
छलिया का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया)

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