F:-आ....... आ… भटका हूँ मुझको भी दर पे बूला ले अपना बना ले कि मेरा यहां कोई नहीं ! तेरे सिवा श्याम मुझे कौन संभाले अपना बना ले ! कि मेरा यहां कोई नहीं-3 ! बाबा मेरे बाबा आजा मेरे बाबा
खाई है मैंने बहुत जग मे ठोकर-2 ! बालक पूकारे श्याम तूमे रो-रोकर आ.... ! खाई है मैंने बहुत जग मे ठोकर-2 ! बालक पूकारे श्याम तूमे रो-रोकर ! गम के बादल छाए घने काले अपना बना ले ! कि मेरा यहां कोई नहीं-3
आ…. आ..... कलयुग में कोई ना तुम सा हैं दाता-2 ! हारे का तू ही तो साथ कहे लाता आ...आ… ! कलयुग में कोई ना तुम सा हैं दाता-2 ! हारे का तू ही तो साथ कहे लाता ! भक्तों के विपदा को तू ही तो टाले अपना बना ले ! कि मेरा यहां कोई नहीं-3 ! बाबा मेरे बाबा आजा मेरे बाबा
भीम सेन बोले कहां श्याम जाए-2 ! तुम ना सुनोगे तो किसको सुनाएं आ...आ… ! भीम सेन बोले कहां श्याम जाए-2 ! तुम ना सुनोगे तो किसको सुनाएं ! कहे अंजना जी वन तेरे हवाले अपना बना ले ! कि मेरा यहां कोई नहीं-3 !
तेरे सिवा श्याम मुझे कौन संभाले अपना बना ले ! कि मेरा यहां कोई नहीं-4 !
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।