F:- पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के दास है ये हनुमान
त्रिभुवन के दास जनो में बालाजी है महान
कोरस :- आ आ आ आ आ आ आ
F:- श्री राम चंद्र के दास परम है बजरंगी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
F:- श्री राम चंद्र के दास परम है बजरंगी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- आ आ आ आ आ आ आ
F:- सबके हो तुम राज दुलारे अंजना माँ की आंख की तारे
हनुमान कहलाते बलवीरा तीनो लोक में उनका चरचा
वो है महावीर महाकाय वही है गदाधारी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- मारुती है संकट मोचन संकट हरते हनुमत भगवन
दुःख संकट से मुक्ति दिलाते इसलिए भक्तो के मन भाते
अपने भक्तो के कष्टों को हर लेते है मारुती -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- संकट में जो उनको पुकारे हनुमत कष्ट में उनको उबारे
सब के हितकर सबके हितेषी उनकी लीला जग से न्यारी
दिन दुखियो पे रहती है उनकी सदा है कृपा दृष्टि -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई-2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- अंजना मा के जो ललन है शक्ति शाली है बलवान है
जाने ये सारा त्रिभुवन उनसा नहीं है कोई बलवाना
उनको सादर प्रणाम करते है जग के योद्धा सभी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F :- हरदम राम का सीमरन करते रघुवर का दम हरदम भरते
राम को आपने मन स्वामी राम के दास बने बजरंगी
प्रभु राम को प्यारे बहोत रूद्र अवतारी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F :- जो हनुमत का पूजन करते सुख से जीते सुख से मरते
हनुमत की जिस पे किरपा हो मोक्ष का भागी वो बंदा हो
आवा गमन के चक्र से मिल जाए उसको मुक्ति -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई-2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- मंगलवार को होता पूजन भक्त बुलाते करके आवाहन
आशीष देने हनुमत आते वरदानी कर अपना उठाते
उनको चौखट से खाली हाथ न लौटा कोई कभी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई-2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
अंतरा :- इनकी शरण में जो आ जाये उस पे कोई आंच ना आये
कष्ट और संकट दूर भगाने सोये भाग्य को ये है जगाते
देने दाता है हनुमत करते है वो सबकी भली -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई-2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F :- लाल लंगोटा तन पर साजे राम के चरणों में है विराजे
लब पर है श्री राम का नारा सुनकर झूमे ये जग सारा
पीके राम नाम का प्याला झूमे बजरंगी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F :- हनुमत से शनि देव जो हारे देके वचन शनि देव पुकारे
आपके भक्त जो होंगे हनुमत उनपे न आएगी आफत
मैं न डालूंगा उनपे अपनी कभी ये कु दृष्टि -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई-2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F :- राह में लेटे थे बजरंगी भीम आये और पूंछ पकड़ ली
चाहा राह से उनको हटा दू शक्ति इसको अपनी दिखा दू
महाबली से उनकी लेकिन पूंछ न उठ पायी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- उनसे जो अरदास लगाए मन वांछित फल उनसे पाए
उनकी दया दृष्टि हुई जिस पर कामना उसको मिली -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F :- देख के माँ की मांग सिंदूरी बोले सिया माँ से बजरंगी
माँ ये मांग आप क्यों भरती हो सिंदूरी इसे क्यों करती हो
सुनके हसने लगी फिर बोल पड़ी यु सीता जी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- बजरंगी से बोली सीता तेरी समझ में कुछ नहीं आता
इस कारण मांग अपनी हु भरती इससे पति की आयु है बढ़ती
सुनके हनुमत ने पुरे तन को कर लिया सिंदूरी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F :- शक्ति बाण जो लगा लखन को मूर्छित हो भूमि पे गिरे वो
हनुमत लाये तब संजीवन और लक्ष्मण ने पाया जीवन
पाके संजीवनी बूटी लक्ष्मण जी की जान बची -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई – 2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- वानर सेना साथ में लेकर हुई चढ़ाई जब लंका पर
रावण सेना तब चकराई पूंछ में उनके अग्नि लगाई
फिर सोने की लंका धु धु करके जलने लगी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- राम अयोध्या जिस दम लौटे सबको पुरस्कार थे बांटे
मणियों वाली माला सुन्दर बोले रघुवर सीता को देकर
अपने स्वामी की भेट को स्वीकारो तुम है प्यारी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- जानकी ने वो माला ले ली और उसे बजरंगी को दे दी
बोली हनुमन लो ये माला माँ का है अनमोल ये तोहफा
उसको रखना सदा है अपने गले में बजरंगी -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- हनुमत ने ले ली माला खूब उसे सींचा और परखा
राम न आये उसमे नजर जब तोड़ के फेका माला को तब
बोले स्वामी दिखे ना जिसमे माला किस काम की -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई -2
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
आ आ आ आ आ आ आ
F:- अनवर आओ करले स्तुति हम सब मिलकर पवन पुत्र की
बजरंगी का ध्यान लगाए श्रद्धा पूर्वक शीश नवाये
इक दिन तो करेंगे हम पे भी वो दया दृष्टि -2
हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
कोरस :- हनुमान के जैसा दास नहीं जग में कोई
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