Current Date: 22 Dec, 2024

श्री काली चालीसा (Shri Kali Chalisa)

- Tara Devi


श्री काली चालीसा हिंदी में ( Shri Kali Chalisa in hindi)

॥ दोहा ॥
जय जय सीताराम के मध्यवासिनी अम्ब,
देहु दर्श जगदम्ब अब करहु न मातु विलम्ब ॥
जय तारा जय कालिका जय दश विद्या वृन्द,
काली चालीसा रचत एक सिद्धि कवि हिन्द ॥
प्रातः काल उठ जो पढ़े दुपहरिया या शाम,
दुःख दरिद्रता दूर हों सिद्धि होय सब काम ॥

॥ चौपाई ॥
जय काली कंकाल मालिनी,
जय मंगला महाकपालिनी ॥

रक्तबीज वधकारिणी माता,
सदा भक्तन की सुखदाता ॥

शिरो मालिका भूषित अंगे,
जय काली जय मद्य मतंगे ॥

हर हृदयारविन्द सुविलासिनी,
जय जगदम्बा सकल दुःख नाशिनी ॥ ४ ॥

ह्रीं काली श्रीं महाकाराली,
क्रीं कल्याणी दक्षिणाकाली ॥

जय कलावती जय विद्यावति,
जय तारासुन्दरी महामति ॥

देहु सुबुद्धि हरहु सब संकट,
होहु भक्त के आगे परगट ॥

जय ॐ कारे जय हुंकारे,
महाशक्ति जय अपरम्पारे ॥ ८ ॥

गणेश जी का सबसे मनमोहक भजन: तेरी जय हो गणेश

कमला कलियुग दर्प विनाशिनी,
सदा भक्तजन की भयनाशिनी ॥

अब जगदम्ब न देर लगावहु,
दुख दरिद्रता मोर हटावहु ॥

जयति कराल कालिका माता,
कालानल समान घुतिगाता ॥

जयशंकरी सुरेशि सनातनि,
कोटि सिद्धि कवि मातु पुरातनी ॥ १२ ॥

कपर्दिनी कलि कल्प विमोचनि,
जय विकसित नव नलिन विलोचनी ॥

आनन्दा करणी आनन्द निधाना,
देहुमातु मोहि निर्मल ज्ञाना ॥

करूणामृत सागरा कृपामयी,
होहु दुष्ट जन पर अब निर्दयी ॥

सकल जीव तोहि परम पियारा,
सकल विश्व तोरे आधारा ॥ १६ ॥

हनुमान जी की सबसे मधुर आरती: हनुमान आरती

प्रलय काल में नर्तन कारिणि,
जग जननी सब जग की पालिनी ॥

महोदरी माहेश्वरी माया,
हिमगिरि सुता विश्व की छाया ॥

स्वछन्द रद मारद धुनि माही,
गर्जत तुम्ही और कोउ नाहि ॥

स्फुरति मणिगणाकार प्रताने,
तारागण तू व्योम विताने ॥ २० ॥

श्रीधारे सन्तन हितकारिणी,
अग्निपाणि अति दुष्ट विदारिणि ॥

धूम्र विलोचनि प्राण विमोचिनी,
शुम्भ निशुम्भ मथनि वर लोचनि ॥

सहस भुजी सरोरूह मालिनी,
चामुण्डे मरघट की वासिनी ॥

खप्पर मध्य सुशोणित साजी,
मारेहु माँ महिषासुर पाजी ॥ २४ ॥

श्याम की बंशी की धुन: उड़ गई रे नींदिया मेरी, बंसी श्याम ने बजाई रे

अम्ब अम्बिका चण्ड चण्डिका,
सब एके तुम आदि कालिका ॥

अजा एकरूपा बहुरूपा,
अकथ चरित्रा शक्ति अनूपा ॥

कलकत्ता के दक्षिण द्वारे,
मूरति तोरि महेशि अपारे ॥

कादम्बरी पानरत श्यामा,
जय माँतगी काम के धामा ॥ २८ ॥

कमलासन वासिनी कमलायनि,
जय श्यामा जय जय श्यामायनि ॥

मातंगी जय जयति प्रकृति हे,
जयति भक्ति उर कुमति सुमति हे ॥

कोटि ब्रह्म शिव विष्णु कामदा,
जयति अहिंसा धर्म जन्मदा ॥

जलथल नभ मण्डल में व्यापिनी,
सौदामिनी मध्य आलापिनि ॥ ३२ ॥

माँ लक्ष्मी जी का स्तोत्र : अष्टलक्ष्मी स्तोत्रं

झननन तच्छु मरिरिन नादिनी,
जय सरस्वती वीणा वादिनी ॥

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे,
कलित कण्ठ शोभित नरमुण्डा ॥

जय ब्रह्माण्ड सिद्धि कवि माता,
कामाख्या और काली माता ॥

हिंगलाज विन्ध्याचल वासिनी,
अटठहासिनि अरु अघन नाशिनी ॥ ३६ ॥

कितनी स्तुति करूँ अखण्डे,
तू ब्रह्माण्डे शक्तिजित चण्डे ॥

करहु कृपा सब पे जगदम्बा,
रहहिं निशंक तोर अवलम्बा ॥

चतुर्भुजी काली तुम श्यामा,
रूप तुम्हार महा अभिरामा ॥

खड्ग और खप्पर कर सोहत,
सुर नर मुनि सबको मन मोहत ॥ ४० ॥

इस भजन से मिलती है मन को शांति: दुनिया चले न श्री राम के बिना

तुम्हारी कृपा पावे जो कोई,
रोग शोक नहिं ताकहँ होई ॥

जो यह पाठ करै चालीसा,
तापर कृपा करहिं गौरीशा ॥

॥ दोहा ॥
जय कपालिनी जय शिवा,
जय जय जय जगदम्ब,
सदा भक्तजन केरि दुःख हरहु,
मातु अविलम्ब ॥

 

श्री काली चालीसा अंग्रेजी में ( Shri Kali Chalisa in english)

॥ Doha ॥
Jai Jai Sitaram Ke Madhyavasini Amb,
Dehu Darsh Jagadamb Ab Karahu Na Matu Vilamb ॥
Jai Tara Jai Kalika Jai Dash Vidya Vrnd,
Kali Chalisa Rachat Ek Siddhi Kavi Hind ॥
Pratah Kal Uth Jo Padhe Dupahariya Ya Sham,
Duhkh Daridrata Door Hon Siddhi Hoy Sab Kam ॥

॥ Chaupai ॥
Jai Kali Kankal Malini,
Jai Mangala Mahakapalini ॥

Raktabij Vadhakarini Mata,
Sada Bhaktan Ki Sukhadata ॥

Shiro Malika Bhooshit Ange,
Jai Kali Jai Mady Matange ॥

Har Hrdayaravind Suvilasini,
Jai Jagadamba Sakal Duhkh Nashini ॥ 4 ॥

Hrin Kali Shrin Mahakarali,
Krin Kalyani Dakshinakali ॥

Jai Kalavati Jai Vidyavati,
Jai Tarasundari Mahamati ॥

Dehu Subuddhi Harahu Sab Sankat,
Hohu Bhakt Ke Age Paragat ॥

Jai Om Kare Jai Hunkare,
Mahashakti Jai Aparampare ॥ 8 ॥

The most adorable hymn of Ganesha: Teri Jai Ho Ganesh

Kamala Kaliyug Darp Vinashini,
Sada Bhaktajan Ki Bhayanashini ॥

Ab Jagadamb Na Der Lagavahu,
Dukh Daridrata Mor Hatavahu ॥

Jaiati Karal Kalika Mata,
Kalanal Saman Ghutigata ॥

Jaiashankari Sureshi Sanatani,
Koti Siddhi Kavi Matu Puratani ॥ 12 ॥

Kapardini Kali Kalp Vimochani,
Jai Vikasit Nav Nalin Vilochani ॥

Ananda Karani Anand Nidhana,
Dehumatu Mohi Nirmal Gyan ॥

Karoonamrt Sagara Krpamayi,
Hohu Dusht Jan Par Ab Nirdayi ॥

Sakal Jiv Tohi Param Piyara,
Sakal Vishv Tore Adhara ॥ 16 ॥

Sweetest Aarti of Hanuman ji: Hanuman Aarti

Pralay Kal Mein Nartan Karini,
Jag Janani Sab Jag Ki Palini ॥

Mahodari Maheshvari Maya,
Himagiri Suta Vishv Ki Chhaya ॥

Svachhand Rad Marad Dhuni Mahi,
Garjat Tumhi Aur Kou Nahi ॥

Sphurati Maniganakar Pratane,
Taragan Too Vyom Vitane ॥ 20 ॥

Shridhare Santan Hitakarini,
Agnipani Ati Dusht Vidarini .

Dhoomr Vilochani Pran Vimochini,
Shumbh Nishumbh Mathani Var Lochani ॥

Sahas Bhuji Sarorooh Malini,
Chamunde Maraghat Ki Vasini ॥

Khappar Madhy Sushonit Saji,
Marehu Man Mahishasur Paji ॥ 24 ॥

Tune of Shyam's Banshi: Ud Gayi Re Nindiya Meri Bansi Shyam Ne Bajai Re

Amb Ambika Chand Chandika,
Sab Eke Tum Adi Kalika ॥

Aja Ekaroopa Bahuroopa,
Akath Charitra Shakti Anoopa ॥

Kalakatta Ke Dakshin Dvare,
Moorati Tori Maheshi Apare ॥

Kadambari Panarat Shyama,
Jai Mantagi Kam Ke Dhama ॥ 28 ॥

Kamalasan Vasini Kamalayani,
Jai Shyama Jai Jai Shyamayani ॥

Matangi Jai Jaiati Prakrti He,
Jaiati Bhakti Ur Kumati Sumati He ॥

Koti Brahm Shiv Vishnu Kamada,
Jaiati Ahinsa Dharm Janmada ॥

Jalathal Nabh Mandal Mein Vyapini,
Saudamini Madhy Alapini ॥ 32 ॥

Stotra of Mother Lakshmi: Ashtalakshmi Stotram

Jhananan Tachchhu Maririn Nadini,
Jai Sarasvati Vina Vadini ॥

Om Ain Hrin Klin Chamundayai Vichche,
Kalit Kanth Shobhit Naramunda ॥

Jai Brahmand Siddhi Kavi Mata,
Kamakhya Aur Kali Mata ॥

Hingalaj Vindhyachal Vasini,
Atathahasini Aru Aghan Nashini ॥ 36 ॥

Kitani Stuti Karoon Akhande,
Too Brahmande Shaktijit Chande ॥

Karahu Krpa Sab Pe Jagadamba,
Rahahin Nishank Tor Avalamba ॥

Chaturbhuji Kali Tum Shyama,
Roop Tumhar Maha Abhirama ॥

Khadg Aur Khappar Kar Sohat,
Sur Nar Muni Sabako Man Mohat ॥ 40 ॥

This hymn gives peace to the mind: Duniya Chale Na Shri Ram Ke Bina

Tumhari Krpa Pave Jo Koi,
Rog Shok Nahin Takahan Hoi ॥

Jo Yah Path Karai Chalisa,
Tapar Krpa Karahin Gaurisha ॥

॥ Doha ॥
Jai Kapalini Jai Shiva,
Jai Jai Jai Jagadamb,
Sada Bhaktajan Keri Duhkh Harahu,
Matu Avilamb ॥

और भी मनमोहक भजन, आरती, मंत्र, वंदना, चालीसा, स्तुति :-

अगर आपको यह चालीसा अच्छी लगी हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें एवं किसी भी प्रकार के सुझाव के लिए कमेंट करें।

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।