Current Date: 22 Nov, 2024

श्री भैरव चालीसा (Shree Bhairav Chalisa)

- Prem Prakesh Dubey


श्री भैरव चालीसा हिंदी में (Shree Bhairav ​​chalisa in hindi)

॥ दोहा ॥
श्री गणपति गुरु गौरी पद
प्रेम सहित धरि माथ ।
चालीसा वंदन करो
श्री शिव भैरवनाथ ॥

श्री भैरव संकट हरण
मंगल करण कृपाल ।
श्याम वरण विकराल वपु
लोचन लाल विशाल ॥

॥ चौपाई ॥
जय जय श्री काली के लाला ।
जयति जयति काशी-कुतवाला ॥

जयति बटुक-भैरव भय हारी ।
जयति काल-भैरव बलकारी ॥

जयति नाथ-भैरव विख्याता ।
जयति सर्व-भैरव सुखदाता ॥

भैरव रूप कियो शिव धारण ।
भव के भार उतारण कारण ॥

भैरव रव सुनि हवै भय दूरी ।
सब विधि होय कामना पूरी ॥

शेष महेश आदि गुण गायो ।
काशी-कोतवाल कहलायो ॥

जटा जूट शिर चंद्र विराजत ।
बाला मुकुट बिजायठ साजत ॥

कटि करधनी घुंघरू बाजत ।
दर्शन करत सकल भय भाजत ॥

गणेश जी का सबसे मनमोहक भजन: तेरी जय हो गणेश

जीवन दान दास को दीन्ह्यो ।
कीन्ह्यो कृपा नाथ तब चीन्ह्यो ॥

वसि रसना बनि सारद-काली ।
दीन्ह्यो वर राख्यो मम लाली ॥

धन्य धन्य भैरव भय भंजन ।
जय मनरंजन खल दल भंजन ॥

कर त्रिशूल डमरू शुचि कोड़ा ।
कृपा कटाक्ष सुयश नहिं थोडा ॥

जो भैरव निर्भय गुण गावत ।
अष्टसिद्धि नव निधि फल पावत ॥

रूप विशाल कठिन दुख मोचन ।
क्रोध कराल लाल दुहुं लोचन ॥

अगणित भूत प्रेत संग डोलत ।
बम बम बम शिव बम बम बोलत ॥

रुद्रकाय काली के लाला ।
महा कालहू के हो काला ॥

श्याम की बंशी की धुन: उड़ गई रे नींदिया मेरी, बंसी श्याम ने बजाई रे

बटुक नाथ हो काल गंभीरा ।
श्‍वेत रक्त अरु श्याम शरीरा ॥

करत नीनहूं रूप प्रकाशा ।
भरत सुभक्तन कहं शुभ आशा ॥

रत्‍न जड़ित कंचन सिंहासन ।
व्याघ्र चर्म शुचि नर्म सुआनन ॥

तुमहि जाइ काशिहिं जन ध्यावहिं ।
विश्वनाथ कहं दर्शन पावहिं ॥

जय प्रभु संहारक सुनन्द जय ।
जय उन्नत हर उमा नन्द जय ॥

भीम त्रिलोचन स्वान साथ जय ।
वैजनाथ श्री जगतनाथ जय ॥

महा भीम भीषण शरीर जय ।
रुद्र त्रयम्बक धीर वीर जय ॥

अश्‍वनाथ जय प्रेतनाथ जय ।
स्वानारुढ़ सयचंद्र नाथ जय ॥

माँ लक्ष्मी जी का स्तोत्र : अष्टलक्ष्मी स्तोत्रं

निमिष दिगंबर चक्रनाथ जय ।
गहत अनाथन नाथ हाथ जय ॥

त्रेशलेश भूतेश चंद्र जय ।
क्रोध वत्स अमरेश नन्द जय ॥

श्री वामन नकुलेश चण्ड जय ।
कृत्याऊ कीरति प्रचण्ड जय ॥

रुद्र बटुक क्रोधेश कालधर ।
चक्र तुण्ड दश पाणिव्याल धर ॥

करि मद पान शम्भु गुणगावत ।
चौंसठ योगिन संग नचावत ॥

करत कृपा जन पर बहु ढंगा ।
काशी कोतवाल अड़बंगा ॥

देयं काल भैरव जब सोटा ।
नसै पाप मोटा से मोटा ॥

जनकर निर्मल होय शरीरा ।
मिटै सकल संकट भव पीरा ॥

इस भजन से मिलती है मन को शांति: दुनिया चले न श्री राम के बिना

श्री भैरव भूतों के राजा ।
बाधा हरत करत शुभ काजा ॥

ऐलादी के दुख निवारयो ।
सदा कृपाकरि काज सम्हारयो ॥

सुन्दर दास सहित अनुरागा ।
श्री दुर्वासा निकट प्रयागा ॥

श्री भैरव जी की जय लेख्यो ।
सकल कामना पूरण देख्यो ॥

॥ दोहा ॥
जय जय जय भैरव बटुक स्वामी संकट टार ।
कृपा दास पर कीजिए शंकर के अवतार ॥

 

श्री भैरव चालीसा अंग्रेजी में (Shree Bhairav ​​chalisa in english)

॥ Doha ॥
Shri Ganapati Guru Gauri Pad
Prem Sahit Dhari Math ।
Chalisa Vandan Karo
Shri Shiv Bhairavanath ॥

Shri Bhairav Sankat Haran
Mangal Karan Kripal ।
Shyam Varan Vikaral Vapu
Lochan Laal Vishal ॥

॥ Chaupai ॥
Jai Jai Shri Kali Ke Lala ।
Jayati Jayati Kashi-kutawala ॥

Jayati Batuk-bhairav Bhay Hari ।
Jayati Kaal-bhairav Balakari ॥

Jayati Nath-bhairav Vikhyata ।
Jayati Sarv-bhairav Sukhdata ॥

Bhairav Roop Kiyo Shiv Dharan ।
Bhav Ke Bhar Utaran Karan ॥

Bhairav Rav Suni Havai Bhay Doori ।
Sab Vidhi Hoy Kamana Poori ॥

Shesh Mahesh Aadi Gun Gayo ।
Kashi-kotwal Kahalayo ॥

Jata Joot Shir Chandra Virajat ।
Bala Mukut Bijayath Sajat ॥

kati Karadhani Ghungharoo Bajat ।
Darshan Karat Shakat Bhaya Bhajat ॥

Sweetest Aarti of Hanuman ji: Hanuman Aarti

Jeevan Daan Daas Ko Deenhyo ।
Keenhyo Kripa Nath Tab Cheenhyo ॥

Vasi Rasna Bani Sarad-kali ।
Dinhyo Var Rakyo Mam Lali ॥

Dhany Dhany Bhairav Bhay Bhanjan ।
Jai Manaranjan Khal Dal Bhanjan ॥

Kar Trishool Damaroo Shuchi Koda ।
Kripa Kataksh Suyash Nahin Thoda ॥

Jo Bhairav Nirbhay Gun Gavat ।
Ashtasiddhi Nav Nidhi Phal Pavat ॥

Roop Vishal Kathin Dukh Mochan ।
Krodh Karal Laal Duhun Lochan ॥

Aganit Bhut Pret Sang Dolat ।
Bam Bam Bam Shiv Bam Bam Bolat ॥

Rudrakay Kali Ke Lala ।
Maha Kalahoo Ke Ho Kala ॥

Tune of Shyam's Banshi: Ud Gayi Re Nindiya Meri Bansi Shyam Ne Bajai Re

Batuk Nath Ho Kal Gambhira ।
Sh‍vet Rakt Aru Shyam Sharira ॥

Karat Ninahoon Roop Prakasha ।
Bharat Subhaktan Kahan Shubh Aasha ॥

Rat‍na Jadit Kanchan Sinhasan ।
Vyaghr Charm Shuchi Narm Suanan ॥

Tumahi Jai Kashihin Jan Dhyavahin ।
Viswanath Kahan Darshan Pavahin ॥

Jai Prabhu Sanharak Sunand Jai ।
Jai Unnat Har Uma Nand Jai ॥

Bhim Trilochan Svan Sath Jai ।
Vaijanath Shri Jagatanath Jai ॥

Maha Bhim Bhishan Sharir Jai ।
Rudr Trayambak Dhir Veer Jai ॥

Ash‍wanath Jai Pretanath Jai ।
Svanarudh Sayachandr Nath Jai ॥

Stotra of Mother Lakshmi: Ashtalakshmi Stotram

Nimish Digambar Chakranath Jai ।
Gahat Anathan Nath Hath Jai ॥

Treshalesh Bhootesh Chandr Jai ।
Krodh Vats Amaresh Nand Jai ॥

Shri Vaman Nakulesh Chand Jai ।
Krtyaoo Kirati Prachand Jai ॥

Rudr Batuk Krodhesh Kaladhar ।
Chakr Tund Dash Panivyal Dhar ॥

Kari Mad Pan Shambhu Gunagavat ।
Chaunsath Yogin Sang Nachavat ॥

Karat Kripa Jan Par Bahu Dhanga ।
Kashi Kotaval Adabanga ॥

Deyan Kaal Bhairav Jab Sota ।
Nasai Paap Mota Se Mota ॥

Janakar Nirmal Hoy Sharira ।
Mitai Sakal Sankat Bhav Pira ॥

This hymn gives peace to the mind: Duniya Chale Na Shri Ram Ke Bina

Shri Bhairav Bhooton Ke Raja ।
Badha Harat Karat Shubh Kaja ॥

Ailadi Ke Dukh Nivarayo ।
Sada Kripakari Kaj Samharayo ॥

Sundar Daas Sahit Anuraga ।
Shri Durvasa Nikat Prayaga ॥

Shri Bhairav Ji Ki Jai Lekhyo ।
Sakal Kamna Pooran Dekhyo ॥

॥ Doha ॥
Jai Jai Jai Bhairav Batuk Svami Sankat Tar ।
Kripa Daas Par Kijie Shankar Ke Avtar ॥

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