Current Date: 20 Nov, 2024

शिवाय शिवाय

- हंसराज रघुवंशी


शिवाय शिवाय शिवाय शिवाय
कान कुण्डल तेरे गले में काला नागा
हाथ में त्रिशूल तेरे त्रिशूल पे डमरू साजा
सर से बहती गंगा सर पे है तारा चंदा
तुझसे है दुनियाँ चलती तू है दुनिया का राजा
दू है दुनियाँ का राजा
महादेवामहादेवा भूतों के राजा देवों के देवा
महादेवामहादेवा भूतों के राजा देवों के देवा

तू ही अनंत है तू ही चण्डाल है रे
महाकाल है रे तू ही नागेश्वराया
सोमनाथ या महादेवा


तू ही आकाश है रे तू ही पाताल है रे
तू ही तो जीवन है तू ही तो काल है
सबको दिया तूने फिर भी सवाल है
महादेवामहादेवा भूतों के राजा देवों के देवा
महादेवामहादेवा भूतों के राजा देवों के देवा


नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांगरागाय महेश्वराय।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै न काराय नमः शिवाय॥


महादेवामहादेवा भूतों के राजा देवों के देवा
महादेवामहादेवा भूतों के राजा देवों के देवा

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।