🎵डमरू जो बाजे हाथों में🎵
🙏 गायक: सौरभ-मधुकर
🎼 संगीत: सम्राट गुहा
विवरण:
सोरभ और मधुकर की आवाज़ में प्रस्तुत भजन डमरू जो बाजे हाथों में भगवान शिव की महिमा और उनके प्रति भक्तों की श्रद्धा को उजागर करता है। इस भजन में, भोले बाबा के डमरू की ध्वनि से धरती और आकाश दोनों नाच उठते हैं। भांग-धतूरे से भोग, गले में सर्प की माला और श्री गणेश जी के साथ गौरा माता की उपस्थिति का वर्णन करते हुए यह भजन, शिव के प्रति अनमोल श्रद्धा और विश्वास को व्यक्त करता है।
गीत के बोल:
डमरू जो बाजे हाथों में,
नाचे धरती और आकाश,
के भोले बाबा नाच रहे,
डमरू जो बाजे हाथो में।।
भांग धतूरा भोग लगे,
गले सर्पो की माला है,
गोदी में श्री गणेश जी,
संग में गौरा माता है,
तीनो लोको के स्वामी है,
तीनो लोको के स्वामी है,
ये तो खुशियां बाँट रहे,
के भोले बाबा नाच रहे,
डमरू जो बाजे हाथो में।।
आए जो इनके द्वारे,
करते है वारे न्यारे,
भूतों के स्वामी भूतेश्वर,
सबका कारज ही सारे,
तेरी भी झोली ये आज भरे,
तेरी भी झोली ये आज भरे,
तू भजन सुना प्यारे,
के भोले बाबा नाच रहे,
डमरू जो बाजे हाथो में।।
ये विश्वास मेरे मन में,
मैं शिव का शिव है मुझ में,
नित्य नियम से जो ध्यावे,
भोले है उसके वश में,
देवों में देव महादेव है,
देवों में देव महादेव है,
ये सबकी विपदा हरे,
के भोले बाबा नाच रहे,
डमरू जो बाजे हाथो में।।
डमरू जो बाजे हाथों में,
नाचे धरती और आकाश,
के भोले बाबा नाच रहे,
डमरू जो बाजे हाथो में।।
Credit Details :
Song: Damru Jo Baaje Haathon Me
Singer: Saurabh-Madhukar
Lyricist: Traditional
Music Director: Samrat Guha
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