🎵लिंगाष्टकम🎵
🙏 गायक: एस.पी. बालासुब्रमण्यम
🎼 गीत: पारंपरिक
विवरण:
लिङ्गाष्टकम् एक भक्ति गीत है जो भगवान शिव के लिंग रूप की महिमा का वर्णन करता है। गाने में शिव के विभिन्न लिंग रूपों का उल्लेख किया गया है, जैसे रावण द्वारा पूजा गया लिंग, सिद्धों और देवताओं द्वारा सम्मानित लिंग, और वह लिंग जो पापों को नष्ट करता है। यह गीत शिव के आशीर्वाद और कृपा के लिए प्रार्थना करता है, ताकि भक्तों को सुख, शांति और मोक्ष मिले।
यह गीत विशेष रूप से उन सभी भक्तों के लिए है जो भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति और विश्वास को प्रकट करना चाहते हैं।
गीत के बोल:
ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् ।
जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥१॥
देवमुनिप्रवरार्चितलिङ्गं कामदहं करुणाकरलिङ्गम् ।
रावणदर्पविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥२॥
सर्वसुगन्धिसुलेपितलिङ्गं बुद्धिविवर्धनकारणलिङ्गम् ।
सिद्धसुरासुरवन्दितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥३॥
कनकमहामणिभूषितलिङ्गं फणिपतिवेष्टितशोभितलिङ्गम् ।
दक्षसुयज्ञविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥४॥
कुङ्कुमचन्दनलेपितलिङ्गं पङ्कजहारसुशोभितलिङ्गम् ।
सञ्चितपापविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥५॥
देवगणार्चितसेवितलिङ्गं भावैर्भक्तिभिरेव च लिङ्गम् ।
दिनकरकोटिप्रभाकरलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥६॥
अष्टदलोपरिवेष्टितलिङ्गं सर्वसमुद्भवकारणलिङ्गम् ।
अष्टदरिद्रविनाशितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥७॥
सुरगुरुसुरवरपूजितलिङ्गं सुरवनपुष्पसदार्चितलिङ्गम् ।
परात्परं परमात्मकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥८॥
लिङ्गाष्टकमिदं पुण्यं यः पठेत् शिवसन्निधौ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते॥
Credit Details :
Song: Lingashtakam
Singer: S.P. Balasubrahmaniam
Music Director: S.P. Balasubrahmaniam
Lyricist: Traditional
Album: Shiva Roopa Darshan
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