🎵शिव शंकर तुम कैलाशपति🎵
🙏 गायक: राकेश काला
🎼 संगीत: लवली शर्मा
विवरण:
शिव शंकर तुम कैलाशपति राकेश कला द्वारा गाया गया एक भक्तिमय भजन है जो भगवान शिव की महिमा को दर्शाता है। इस भजन में शिवजी को कैलाशपति, उनके शीश पर गंगा और चंद्र के साथ-साथ उनके औघड़दानी स्वरूप की महिमा का वर्णन किया गया है। माँ पार्वती के संग शिवजी के रूप को, उनके द्वारा ब्रह्मा को दिए गए वेद और रावण को दी गई लंका की कथा को बखूबी प्रस्तुत किया गया है। शिवलिंग पर जल अर्पित करने की महत्ता और भक्तों की एकमात्र इच्छा उनके चरणों में जीवन बिताने की भावना को यह भजन उजागर करता है। हर हर महादेव!
गीत के बोल:
शिव शंकर तुम कैलाशपति,
है शीश पे गंग विराज रही,
शिव शंकर तुम कैलाश-पति,
है शीश पे गंग विराज रही।।
माथे पर चंद्र का मुकुट सजा,
और गल सर्पो की माला है,
माँ पारवती भगवती गौरा,
तेरे वाम अंग में साज रही,
शिव शंकर तुम कैलाश-पति,
है शीश पे गंग विराज रही।।
ब्रम्हा को वेद दिए तुमने,
रावण को लंका दे डाली,
औघड़दानी शिव भोले की,
श्रष्टि जयकार बुलाय रही,
शिव शंकर तुम कैलाश-पति,
है शीश पे गंग विराज रही।।
सोना चांदी हिरे मोती,
तुमको कुछ भी ना सुहाता है,
शिव लिंग पे जा सारी दुनिया,
एक लोटा जल तो चढ़ाय रही,
शिव शंकर तुम कैलाश-पति,
है शीश पे गंग विराज रही।।
जीवन की एक तमन्ना है,
जीवन में एक ही आशा है,
तेरे चरणों में बीते जीवन,
यही आशा मन में समाय रही,
शिव शंकर तुम कैलाश-पति,
है शीश पे गंग विराज रही।।
शिव शंकर तुम कैलाशपति,
है शीश पे गंग विराज रही,
शिव शंकर तुम कैलाश-पति,
है शीश पे गंग विराज रही।।
Credit Details :
Song: Shiv Shankar Tum Kailashpati
Singer: Rakesh Kala
Music: Lovely Sharma
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