Current Date: 07 Jan, 2025
YouTube Video Thumbnail

भजन स्वरुप गौरा माँ और माता मैना का विवाह पूर्व संवाद - शिव सन्यासी से मरघट वासी से

- Rakesh Kala


🎵शिव संन्यासी से मरघट वासी से🎵

🙏 गायक: राकेश काला
🎼 संगीत: एम.एस.रावत

विवरण:
शिव सन्यासी से मरघट वासी से भजन, राकेश काला द्वारा गाया गया एक भक्तिमय गीत है, जो देवी पार्वती और भगवान शिव के पवित्र मिलन की कथा को प्रस्तुत करता है। इस भजन में पार्वती की शिव के प्रति अटूट श्रद्धा और समर्पण को दर्शाया गया है। भजन में मैना रानी और पार्वती के संवाद से लेकर पार्वती के शिव ध्यान तक की पूरी यात्रा का वर्णन किया गया है। शिव भक्ति से भरे इस भजन को सुनें और आध्यात्मिक सुख का अनुभव करें।

गीत के बोल:
शिव सन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह,
मैं शिव को ध्याऊँगी,
उन्ही को पाऊँगी ।
शिव संग करूँगी मैं तो ब्याह,
हाँ शिव संग मैं तो करूँगी ब्याह,
शिव संन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह।।

(मैना रानी और पार्वती संवाद)
मैना ने समझाया,
वो है समशान का वासी,
तू महलों की रानी,
तू कैसे बनेगी दासी ।
गौरा तू सोचले सोचले,
कैसे करेगी ब्याह,
शिव संन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह।।

बाबा हिमाचल देखो,
सब ऋषियो को ले आए,
सबने मिलकर देखो,
फिर गौरा को समझाए ।
औघड़ है योगी है योगी है,
कैसे होगा निबाह,
शिव संन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह।।

ना मानी थी गौरा,
वो शिव के ध्यान में लागी,
शिव की याद में सोई,
वो शिव की याद में जागी ।
जनम जनम का साथ है साथ है,
जन्मो का रिश्ता,
शिव संन्यासी से मरघट वासी से,
मैया करूँगी मैं तो ब्याह।।

Credit Details :

Song: Shiv Sanyasi Se Marghat Wasi Se
Singer: Rakesh Kala
Lyrics: Chandan Tilak
Music: M.S.Rawat

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।