🎵शिव कैलाशों के वासी🎵
🙏 गायक: पैडी
🎼 गीत: पारंपरिक
विवरण:
शिव कैलाशो के वासी, पैडी द्वारा गाया गया एक अद्भुत भजन है, जो भगवान शिव की महिमा और उनकी अनंत कृपा को दर्शाता है। इस भजन में कैलाश पर्वत के वासी भगवान शिव के रहस्यमयी स्वरूप और भक्तों के कष्ट हरने वाले उनके दयालु हृदय का वर्णन किया गया है। बेल पत्र, धतूरा और भांग जैसे प्रिय अर्पणों के माध्यम से शिवजी की पूजा की महत्ता को भी रेखांकित किया गया है। यह भजन भगवान शिव की भक्ति में रमने और उनके प्रति अटूट श्रद्धा व्यक्त करने का प्रेरणादायक माध्यम है। इसे सुनकर मन में शांति और आनंद का अनुभव होता है।
गीत के बोल:
शिव कैलाशो के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥
तेरे कैलाशों का अंत ना पाया,
तेरे कैलाशों का अंत ना पाया,
अंत बेअंत तेरी माया,
ओ भोले बाबा,
अंत बेअंत तेरी माया,
शिव कैलाशों के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥
बेल की पत्तियां भांग धतुरा,
बेल की पत्तियां भांग धतुरा,
शिव जी के मन को लुभायें,
ओ भोले बाबा,
शिव जी के मन को लुभायें
शिव कैलाशों के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥
एक था डेरा तेरा,
चम्बे रे चौगाना,
दुज्जा लायी दित्ता भरमौरा,
ओ भोले बाबा,
दुज्जा लायी दित्ता भरमौरा,
शिव कैलाशों के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥
शिव कैलाशो के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥
Credit Details :
Song: Shiv Kailashon Ke Vasi
Singer: Paddy
Lyrics: Traditional
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