🎵धोली छतरिया पे बैठया भोलानाथ🎵
🙏 गायक: निर्मल
🎼 संगीत: मेवाड़ी ब्रदर्स
विवरण:
धोली छतरिया में बैठया भोलानाथ भजन निर्मल द्वारा भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य प्रेम और महिमा को प्रकट करता है। इस भजन में भगवान शिव की भव्यता और माता पार्वती की सुंदरता का सुंदर चित्रण किया गया है। भजन में भगवान शिव द्वारा पार्वती के लिए उपहार जैसे झुमका, गजरा, पायल लाने का वर्णन है। यह भजन भगवान शिव और पार्वती के पवित्र मिलन को दर्शाता है और भक्तों को प्रेम और भक्ति का संदेश देता है।
गीत के बोल:
लिखने वाले लिख लिख हारे,
शिव की अमर कहानी,
रीझे तो सुर असुर ना देखे,
ऐसे औघड़ दानी, सदाशिव,
रीझे तो सुर असुर ना देखे,
ऐसे औघड़ दानी,
सच कहते है अधिक ही भोले,
सच कहते है अधिक ही भोले,
तुम्हरे नाथ भवानी, भवानी,
रीझे तो सुर असुर ना देखे,
ऐसे औघड़ दानी.......
भस्मासुर पर कृपा लुटाई,
अपनी विपदा आप बुलाई,
हरी ने हर की रक्षा की तब,
हरी ने हर की रक्षा की तब,
बनकर नारी सुहानी, सुहानी,
रीझे तो सुर असुर ना देखे,
ऐसे औघड़ दानी, सदाशिव,
रीझे तो सुर असुर ना देखे,
ऐसे औघड़ दानी......
सिंधु से निकला गरल पचाया,
श्रष्टि को जलने से बचाया,
भूतनाथ पर उपकारी को,
भूतनाथ पर उपकारी को,
प्यारा है हर प्राणी,
रीझे तो सुर असुर ना देखे,
ऐसे औघड़ दानी, सदाशिव,
रीझे तो सुर असुर ना देखे,
ऐसे औघड़ दानी.......
शिवजी को जल बहुत सुहाए,
फिरते है गंगा सिर पे उठाए,
जो मांगो वरदान में दे दे,
जो मांगो वरदान में दे दे,
पा लुटिया भर पानी,
रीझे तो सुर असुर ना देखे,
ऐसे औघड़ दानी, सदाशिव,
रीझे तो सुर असुर ना देखे,
ऐसे औघड़ दानी.......
Credit Details :
Song: Dholi Chatriya Pe Baithya Bholanath
Singer: Nirmal
Music: Mewadi Brothers
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