🎵डमक डम डमरू रे बाजे🎵
🙏 गायक: लखबीर सिंह लक्खा
🎼 गीत: संजय गिरी
विवरण:
डमक डम डमरू रे बाजे लखबीर सिंह लख्खा द्वारा गाया गया एक अद्भुत भक्ति गीत है, जो भगवान शिव के दिव्य नृत्य और उनके अनुपम स्वरूप की महिमा का वर्णन करता है। भजन में शिवजी के डमरू की गूंज, उनके गले में सर्प की माला, त्रिशूल और कान की बालियों की शोभा को दर्शाया गया है। कैलाश पर्वत पर देवी-देवताओं द्वारा फूलों की वर्षा और शिवजी के नटराज रूप में नृत्य करते हुए आनंदमग्न गौरा माता के दृश्य मनमोहक हैं। भक्तों का उत्साह और नृत्य के साथ इस गीत में शिवजी की महिमा गाई गई है। हर हर महादेव!
गीत के बोल:
डमक डम डमरू रे बाजे,
चन्द्रमा मस्तक पर साजे,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
गले में पड़ी सर्प की माला,
हाथ त्रिशूल कान में बाला,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।
बनकर के नटराज सदाशिव,
अद्भुत कला दिखाए,
डम डम डमरू बजे हाथ में,
ताल से ताल मिलाए,
छान के भांग का गोला,
जटा बिखरा के भोला,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।
देख के रूप अनोखा शिव का,
गौरा मन हर्षाए,
नभ मंडल से देवी देवता,
शिव पे फूल बरसाए,
है कैलाश पे अजब नज़ारे,
बाजे ढोलक झांझ नगाड़े,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।
जैसे जैसे चरण थिरकते,
मन होता मतवाला,
नित गाता है महिमा ‘लख्खा’,
भोले देव निराला,
मगन मन भक्तो का टोला,
झूम के ‘गिरी’ है ये बोला,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।
डमक डम डमरू रे बाजे,
चन्द्रमा मस्तक पर साजे,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
गले में पड़ी सर्प की माला,
हाथ त्रिशूल कान में बाला,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।
Credit Details :
Song: Damak Dam Damru Re Baje
Singer: Lakhbir Singh Lakkha
Lyrics: Sanjay Giri
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