🎵भोला नाथ अमली जी🎵
🙏 गायक: लखबीर सिंह लक्खा
🎼 संगीत: दुर्गा, नटराज
विवरण:
भोला नाथ अमली जी भजन लाखबीर सिंह लाखा द्वारा गाया गया है। यह भजन भगवान शिव के विभिन्न रूपों की महिमा और उनकी भक्ति को दर्शाता है। भजन में शिव के जटाधारी रूप, उनके आशीर्वाद और भक्तों की श्रद्धा का वर्णन है। शिव के प्रति समर्पण और भक्ति की भावना को व्यक्त करता यह भजन भक्तों को महादेव की महिमा का अनुभव कराता है। शिव के प्रति प्रेम और विश्वास को गहराता यह भजन श्रद्धालुओं के दिलों में शिव भक्ति की ज्वाला जलाता है।
गीत के बोल:
भोलानाथ अमली जी,
म्हारा शंकर अमली जी,
जटाधारी अमली,
बगिया मे भंगिया बूआय राखुली।
भोलानाथ अमली जी,
म्हारा शंकर अमली जी,
जटाधारी अमली,
सोने के कटोरे में छनाए राखुली।।
काई बोऊ काशीजी में,
काई जी प्रयाग,
काई बोऊ हर की पैडी,
काई जी कैलाश।
काशीजी मे केसर बोऊ,
चंदन प्रयाग,
हर की पैडी बिजया बोऊ,
धतूरो कैलाश।
भोला नाथ अमली जी,
म्हारा शंकर अमली जी,
जटाधारी अमली,
बगिया मे भंगिया बूआय राखुली।।
काई मांगे नांदियो जी,
काई जी गणेश,
काई मांगे भोलाशंभू,
जोगियो रो भेष।
दूर्वा मांगे नांदीयो जी,
मोदक गणेश,
भंगिया मांगे भोला शम्भू,
जोगियो रो भेष।
भोला नाथ अमली जी,
म्हारा शंकर अमली जी,
जटाधारी अमली,
बगिया मे भंगिया बूआय राखुली।।
घोटे घोटे नांदियो जी,
छाणत गणेश,
भर भर प्याला देवे गिरिजा,
पीवत महेश।
नाचे नाचे नांदियो जी,
नाचे गणेश,
नाचे म्हारो भोले शम्भू,
जोगियो रो भेष।
भोला नाथ अमली जी,
म्हारा शंकर अमली जी,
जटाधारी अमली,
बगिया मे भंगिया बूआय राखुली।।
आकडा की रोटी पोऊ,
धतुरे को साग,
विजया की तरकारी छमकू,
जीमो भोलानाथ।
आगे आगे नांदियो चाले,
लारे जी गणेश,
बिच पिछाडे मैया चाले,
जोगियो रो भेष।
भोला नाथ अमली जी,
म्हारा शंकर अमली जी,
जटाधारी अमली,
बगिया मे भंगिया बूआय राखुली।।
भोलानाथ अमली जी,
म्हारा शंकर अमली जी,
जटाधारी अमली,
बगिया मे भंगिया बूआय राखुली।
भोलानाथ अमली जी,
म्हारा शंकर अमली जी,
जटाधारी अमली,
सोने के कटोरे में छनाए राखुली।।
Credit Details :
Song: Bhola Nath Amli Ji
Singer: Lakhbir Singh Lakkha
Music Director: Durga, Natraj
Lyricist: Traditional
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