Current Date: 18 Jan, 2025

डमक डम डमरू रे बाजे

- Lakhbir Singh Lakkha


डमक डम डमरू रे बाजे,
चन्द्रमा मस्तक पर साजे,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
गले में पड़ी सर्प की माला,
हाथ त्रिशूल कान में बाला,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।

बनकर के नटराज सदाशिव,
अद्भुत कला दिखाए,
डम डम डमरू बजे हाथ में,
ताल से ताल मिलाए,
छान के भांग का गोला,
जटा बिखरा के भोला,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।

देख के रूप अनोखा शिव का,
गौरा मन हर्षाए,
नभ मंडल से देवी देवता,
शिव पे फूल बरसाए,
है कैलाश पे अजब नज़ारे,
बाजे ढोलक झांझ नगाड़े,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।

जैसे जैसे चरण थिरकते,
मन होता मतवाला,
नित गाता है महिमा ‘लख्खा’,
भोले देव निराला,
मगन मन भक्तो का टोला,
झूम के ‘गिरी’ है ये बोला,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।

डमक डम डमरू रे बाजे,
चन्द्रमा मस्तक पर साजे,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
गले में पड़ी सर्प की माला,
हाथ त्रिशूल कान में बाला,
नाचे भोला हर हर हर हर बम,
नाचे भोला हर हर हर हर बम।।

Credit Details :

Song: Damak Dam Damru Re Baje
Singer: Lakhbir Singh Lakkha
Lyrics: Sanjay Giri

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।