Current Date: 18 Dec, 2024

काशी में कैलाशी

- Hansraj Raghuwanshi


बम भोले बम भोले
कैलाश का वासी बम भोले
मिलता है जो काशी बम भोले
धमारू पर नाचे झूम झूम
कर दूर उदासी बम भोले

मन का भोला मेरे भोले नाथ
लगता सुंदर गौरा के साथ
दुनिया के पालक हारी

मेरा भोला नाथ भोला भंडारी
करता है नंदी की सवारी
जटा से निकले गंगा प्यारी
भोला नाथ भोला भंडारी

भोला नाथ भोला बंदरी
जटा से निकले गंगा प्यारी

पूजाती है जिनको दुनिया ये सारी
नाम पुकारे कहे त्रिपुरारी
माथे पे चंदा है भस्म लगाये
नागो के माला गले में ये प्यारी

करते हैं सबके मन में वास
जितने अघोरी इनके दास
मेरे नील कांत विषधारी

मेरा भोला नाथ भोला भंडारी
करता है नंदी की सवारी
जटा से निकले गंगा प्यारी
भोला नाथ भोला भंडारी

हर हर महादेव…

देवो के देवा अजब तेरी माया
जटाधारी तू गंगा धारी कहलाया
या भष्मासुर को भस्म तूने भोले
उठा तू भयानक जब उसने मचाया

मेरे दिल में जग्गी तेरी प्यास प्यास
है रघुवर हर सांस सांस
हनुमान सुमिर पुजारी

मेरा भोला नाथ भोला भंडारी
करता है नंदिकी की सवारी
जटा से निकले गंगा प्यारी
भोला नाथ भोला बन्दरी

ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय

Credit Details :

Song: Kaashi Mein Kailashi
Singer: Hansraj Raghuwanshi
Music: Kawaljit Bablu
Lyricist: Sameer Maluwal

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