🎵शंभू रे तेरा भेद ना जाना🎵
🙏 गायक: हंसराज रघुवंशी
🎼 संगीत: हंसराज रघुवंशी
विवरण:
शंभू रे तेरा भेद ना जाना, हंसराज रघुवंशी द्वारा गाया गया एक सुंदर भजन है, जो भगवान शिव के रहस्यमयी और अद्वितीय स्वरूप का वर्णन करता है। भजन में शिव जी के साधु रूप, विषपान, और भयंकरता के साथ भोलेपन की प्रशंसा की गई है। इसमें वेदों और साधुओं द्वारा भी शिव जी की महिमा को समझ पाने की असमर्थता को दर्शाया गया है। यह भजन उनकी दयालुता और शक्ति को व्यक्त करता है और शिव जी की भक्ति के प्रति समर्पण की प्रेरणा देता है। इस भजन को सुनकर मन में श्रद्धा और शांति का अनुभव होता है।
गीत के बोल:
शंभू रे ओ शंभू रे,
तेरा भेद ना जाना,
शंभू रे ओ शंभू रे,
तेरा भेद ना जाना,
वेदों की महिमा शंभू जाने,
वेदों की महिमा शंभू जाने,
शम्भू की महिमा वेद भी ना जाने,
शंभू रे ओ शंभू रे,
तेरा भेद ना जाना ॥
लंका मे लंकेश बिठाया,
खुद बैठा तू जोगी बनके,
हो हो..
लंका मे लंकेश बिठाया,
खुद बैठा तू जोगी बनके,
सबको तूने राजा बनाया,
खुद बैठा तू साधु बनके,
साधु रे ओ साधु रे,
तेरा भेद ना जाना,
वेदों की महिमा साधु जाने,
साधु की महिमा वेद भी ना जाने,
शंभू रे ओ शंभू रे,
तेरा भेद ना जाना ॥
देव असुर को अमृत देकर,
खुद पीवे तू विष का प्याला,
हो हो..
देव असुर को अमृत देकर,
खुद पीवे तू विष का प्याला,
तुझ जैसा ना कोई भयंकर,
ना कोई है भोला भाला,
भोले रे ओ भोले रे,
तेरा वेद ना जाना,
भोले की महिमा भोला जाने,
भोले की महिमा जाने ना कोई,
शंभू रे ओ शंभू रे,
तेरा भेद ना जाना ॥
Credit Details :
Song: Shambhu Re Tera Bhed Na Jana
Singer: Hansraj Raghuwanshi
Music: Hansraj Raghuwanshi
Lyrics: Hansraj Raghuwanshi
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