🎵भोले के दरबार में सबका खाता है🎵
🙏 गायक: फरीदा मीर
🎼 संगीत: जयसुख तिलवा
विवरण:
सुने भोले के दरबार में सबका खाता है भजन, फरिदा मीर की आवाज में। इस भजन में भगवान शिव के दरबार की महिमा, उनके समान दृष्टिकोण और जीवन में कर्म के फल का महत्व बताया गया है। भजन में यह संदेश है कि हर किसी को उसकी किस्मत और कर्मों के हिसाब से मिलता है। शिव जी सभी के भगवान हैं, चाहे वे अमीर हों या गरीब। यह भजन हमें जीवन में सद्गुण और सही कर्मों का पालन करने की प्रेरणा देता है।
गीत के बोल:
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है,
जितना तेरे भाग्य में लिखा उतना ही पाता है,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है,
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है।।
चाहे अमीर हो चाहे गरीब हो,
उनको एक समान,
सबकी बिगड़ी वो ही बनाये,
सबकी बिगड़ी वो ही बनाये,
वो सबके भगवान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है।।
धर्म किये जा धन की चिंता,
मत करना इंसान,
जैसा तेरा कर्म है भाई.
वैसा फल देगा भगवान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है।।
देख समझले मानव,
तू है दो दिन का मेहमान,
कितने आकर चले गए,
कितने जाने को तैयार,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है।।
भगवे में भगवान छुपा है,
मानव तू पहचान,
नकली रंग से कपड़े रंगावे,
साधु नही शैतान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है।।
‘गिरी’ कहे तू गिरके सम्भल जा,
ये जग है नादान,
तेरा बनाया तुझको बनाये,
मानव नही हैवान,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है।।
जितना तेरे भाग्य में लिखा उतना ही पाता है,
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है,
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है।।
Credit Details :
Song: Bhole Ke Darbar Mein Sabka Khata hai
Singer: Farida Mir
Lyrics: Das Dinesh, Manoj Patel
Director: Jaysukh Tilwa
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