🎵अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा🎵
🙏 गायक: धीरज कांत
🎼 गीत: श्री फणीभूषण चौधरी
विवरण:
अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा भगवान भोलेनाथ के अद्भुत दरबार का बखान करने वाला एक शानदार भजन है। इस गीत में भगवान शिव के दरबार में बगैर किसी भेदभाव के सभी जीवों को संरक्षण देने की अद्भुत शक्ति का वर्णन है। धीरज कांत के सुरों में बसा यह भजन सभी भक्तों के लिए एक आदर्श श्रद्धा प्रदर्शन है। यह भजन भगवान शिव की अनूठी महिमा को उजागर करता है, जहां बाघ बैल से लेकर गणपति, सर्प और मोर सभी शांतिपूर्वक रहते हैं। यह गीत एक शक्तिशाली संदेश देता है कि भगवान शिव का दरबार सभी के लिए है, जहां कोई भूत-प्रेत, या बुरी शक्तियां नहीं टिक सकतीं। "अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा" भजन को सुनकर हर भक्त के दिल में शिवजी के प्रति अनंत श्रद्धा और प्रेम का अनुभव होता है।
गीत के बोल:
अजब है भोलेनाथ ये,
दरबार तुम्हारा,
दरबार तुम्हारा,
भूत प्रेत नित करे चाकरी,
सबका यहाँ गुज़ारा,
अजब है भोलेंनाथ ये,
दरबार तुम्हारा,
दरबार तुम्हारा ॥
बाघ बैल को हरदम,
एक जगह पर राखे,
कभी ना एक दूजे को,
बुरी नज़र से ताके,
कही और नही देखा हमने,
ऐसा गजब नज़ारा,
अजब है भोलेंनाथ ये,
दरबार तुम्हारा,
दरबार तुम्हारा ॥
गणपति राखे चूहा,
कभी सर्प नही छुआ,
भोले सर्प लटकाए,
कार्तिक मोर नचाए,
आज का कानून नही है तेरा,
अनुशाशित है सारे,
अजब है भोलेंनाथ ये,
दरबार तुम्हारा,
दरबार तुम्हारा ॥
अजब है भोलेनाथ ये,
दरबार तुम्हारा,
दरबार तुम्हारा,
भूत प्रेत नित करे चाकरी,
सबका यहाँ गुज़ारा,
अजब है भोलेंनाथ ये,
दरबार तुम्हारा,
दरबार तुम्हारा ॥
Credit Details :
Song: Ajab Hai Bholenath Ye Darbar Tumhara
Singer: Dhiraj Kant
Lyrics: Shri Phanibhushan Choudhary
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