🎵काल की विकराल की त्रिलोकेश्वर त्रिकाल की🎵
🙏 गायक: अनुराधा पौडवाल
🎼 संगीत: शेखर सेन
विवरण:
काल की विकराल की भजन में महाकाल की महिमा और उनके दिव्य रूप का सुंदर वर्णन किया गया है। इस भजन में भगवान महाकाल को त्रिलोकेश्वर, त्रिकाल के जानने वाले और मृत्युंजय के रूप में पूजा जाता है। डमरू की आवाज और भंग के साथ शिव के मंगल आरती का गायन भक्तों में आस्था और भक्ति की भावना को जागृत करता है। महाकाल की कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। इस भजन को सुनकर आत्मा को शांति मिलती है और भक्तों के दिलों में भगवान महाकाल के प्रति प्रेम और श्रद्धा बढ़ती है।
गीत के बोल:
काल की विकराल की, त्रिलोकेश्वर त्रिकाल की,
भोले शिव कृपाल की, करो रे मंगल आरती,
मृत्युंजय महाकाल की, करो रे मंगल आरती,
मृत्युंजय महाकाल की, बाबा महाकाल की,
ओ मेरे महाकाल की,
करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की।।
पित पुष्प बाघम्बर धारी, नंदी तेरी सवारी,
त्रिपुंडधारी हे त्रिपुरारी, भोले भव भयहारी,
शम्भू दिन दयाल की, तीन लोक दिगपाल की,
कैलाषी शशिभाल की,
करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की।।
डमरू बाजे डम डम डम, नाचे शंकर भोला,
बम भोले शिव बमबम बमबम, चढ़ा भंग का गोला,
जय जय ह्रदय विशाल की, आशुतोष प्रतिपाल की,
नैना धक धक ज्वाल की,
करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की।।
आरत हरी पालनहारी, तू है मंगलकारी,
मंगल आरती करे नर नारी, पाएं पदारथ चारि,
कालरूप महाकाल की,कृपासिंधु महाकाल की,
उज्जैनी महाकाल की,
करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की।।
काल की विकराल की, त्रिलोकेश्वर त्रिकाल की,
भोले शिव कृपाल की, करो रे मंगल आरती,
मृत्युंजय महाकाल की, करो रे मंगल आरती,
मृत्युंजय महाकाल की, बाबा महाकाल की,
ओ मेरे महाकाल की,
करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की।।
Credit Details :
Song: Kaal Ki Vikral Ki Trilokeshwar Trikal Ki
Singer: Anuradha Paudwal
Music Director: Shekhar Sen
Lyricist: Ashish Chandra
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